धर्म के आधार पर वोट न दें

1947 में हमें आज़ादी मिली। उसके चंद सालों बाद ही एक ऐसा संविधान बना जिसने हमें लोकतंत्र दिया, समानता दी, मूलभूत अधिकार दिए और अभिव्यक्ति की आजादी दी। यह लोकतंत्र बहुत खूबसूरत और कीमती चीज़ है लेकिन दुनिया में बड़े से बड़ा दरख्त भी पानी न मिलने पर सूख जाता है। उसकी देखभाल जरूरी है, उसे संभालना जरूरी है। इसी तरह लोकतंत्र को हम संभालते हैं चुनाव में सही तरह से मतदान कर ताकि सही लोगों को सत्ता मिले और वो संसद और विधानसभा में पहुंचें।
हर चुनाव में हमारा मुल्क एक दोराहे पर खड़ा होता है। चुनाव में उसे फैसला करना होता है कि ये दिशा सही है या वो दिशा सही है। हमें यह फैसला करते हुए कई बातें सोचनी चाहिए। हमें इस मुल्क में क्या समस्या है, उसके बारे में सोचना चाहिए और उसके हिसाब से वोट देना चाहिए।
अगर हम जाति, धर्म और भाषा के आधार पर वोट देंगे या इस तरह जाति, समुदाय देखकर प्रत्याशी चुनेंगे तो फिर फैसला सही नहीं होगा। हमें उसको वोट देना चाहिए जिसके दिल में आम इंसान के लिए दर्द हो। हमें यह देखकर बहुत दुख होता है कि दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र की विधानसभा और संसद में कुछ ऐसे लोग भी बैठे हैं जो चार्जशीटर है, अपराधी हैं।
कुछ लोग जेल से चुनाव लड़ते हैं जो किसी मिशन या किसी उसूल के लिए लड़ते हुए जेल में नहीं गए थे। कई लोग तो ऐसे हैं जिनपर चोरी-चकारी, मर्डर, रेप, डकैती जैसे इल्जाम लगे हुए हैं। उनपर केस चल रहे हैं और जेल में बैठे हैं जिन्हें सजाएं भी हुई हैं। ये मुजरिम चुनाव लड़ते हैं और जीत भी जाते हैं।
हमें इस बार कम से कम एक वादा तो अपने आप से करना चाहिए कि चाहे वो किसी भी पार्टी का हो किसी भी जाति, किसी भी मज़हब, किसी भी इलाके का आदमी हो लेकिन अगर वो क्रिमिनल है तो हम उसे वोट नहीं देंगे। शिकायत तो हम बहुत करते हैं लेकिन आम नागरिक की हैसियत से हमारा भी तो कोई फ़र्ज़ है। हमारा यह फ़र्ज़ है कि हम बेहतर लोगों को विधानसभा और संसद में भेजें।
अगर हम अपना फ़र्ज़ नहीं निभाते हैं, तो फिर हमें यह शिकायत करने का अधिकार नहीं बचता कि जो लोग सत्ता में बैठे हैं वो कुछ नहीं कर रहे या ये वो कर रहे हैं जो उन्हें नहीं करना चाहिए।
ये कहां से आए हैं। यह हमारे वोट से यहां तक पहुचे हैं तो हमारे वोट में कोई न कोई गलती होगी तभी तो ऐसे लोग यहां तक पहुंच पाए। इस बार हमें सतर्क रहना है और हमें यह देखना चाहिए कि हमारी संसद और विधानसभाओं में ये अपराधी न पहुंच सकें।
Shukriya IBN7

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