सिग्नेचर बताते हैं आपका नेचर, जानिए किस पर करें भरोसा, कौन देगा धोखा

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लखनऊ. जिस तरह बिना नाम किसी शख्स की पहचान नहीं होती, ठीक उसी
तरह बिना सिग्नेचर उसकी किसी बात की कोई कीमत नहीं होती। हर इंसान के
सिग्नेचर करने का तरीका अलग होता है। ज्योतिष विज्ञान में ऐसा माना जाता है
कि जिस व्यक्ति का जैसा स्वभाव होता है, उसके सिग्नेचर भी वैसे ही होते
हैं। सिग्नेचर देखकर लोगों के स्वभाव और आदतों का पता बड़ी आसानी से लगाया
जा सकता है। आज हम आपको बताने जा रहे हैं, कुछ ऐसे ही सिग्नेचरों के बारे
में, जिससे आप पता लगा सकते हैं कि सामने वाला व्यक्ति किस नेचर का है।
*जो लोग सिग्नेचर का पहला अक्षर बड़ा लिखते हैं, उनके एक खास प्रतिभा
छुपी होती है। ऐसे लोग किसी भी काम को एक अलग ही अंदाज में पूरा करते हैं।
अपने काम को करने में वे माहिर होते हैं। पहला अक्षर बड़ा बनाने के बाद
बाकी के अक्षर छोटे और सुंदर बनाने वाला व्यक्ति जीवन में किसी खास मुकाम
को जरूर हासिल करता है। उन्हें जिंदगी में वो सबकुछ मिलता है, जिसकी उन्हें
ख्वाहिश होती है।
*जो लोग जल्दी-जल्दी सिग्नेचर करते हैं, उन्हें जीवन में कई तरह की
परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ऐसे लोग चाहकर भी कभी सुखी नहीं रह
पाते हैं। ऐसे व्यक्तियों में धोखा देने का भी अवगुण पाया जाता है, क्योंकि
ये बहुत ही स्वार्थी, चालाक और मतलबी होते हैं।
*कुछ लोग हस्ताक्षर तोड़-मरोड़ कर, टुकड़ों में या अलग-अलग हिस्सों
में करते हैं, जो किसी के भी आसानी से समझ नहीं आता है। ऐसे लोग भी काफी
चालाक होते हैं। उनसे बचकर रहने की जरूरत होती है। ये लोग अपने दिल में कई
राज छिपाए रहते हैं। इन लोगों पर भरोसा करने की गलती कभी नहीं करनी चाहिए।
*जो लोग कलात्मक और आकर्षक सिग्नेचर करते हैं, वे रचनात्मक स्वभाव के
होते हैं। इन्हें किसी भी काम को लीक से हटकर करना पसंद होता है। ऐसे
सिग्नेचर करने वाले लोग ज्यादाकर कला और साहित्य के क्षेत्र से जुड़े हुए
होते हैं।
*कुछ लोग हस्ताक्षर के नीचे दो लाइन खींचते हैं। ऐसे सिग्नेचर करने
वाले लोगों में असुरक्षा की भावना ज्यादा होती है। किसी काम में सफलता
मिलेगी या नहीं, इस बात का डर उन्हें हमेशा सताता रहता है। ऐसे लोग काफी
कंजूस भी होते हैं। उन्हें पैसा खर्च करना बिल्कुल पसंद नहीं होता है।
*जो लोग हस्ताक्षर करते समय नाम का पहला अक्षर थोड़ा बड़ा और पूरा
सरनेम भी लिखते हैं, वे अद्भुत प्रतिभा के धनी होते हैं। ऐसे लोगों को जीवन
में सबकुछ हासिल होता है। वे धार्मिक प्रवृत्ति वाले होते हैं। धर्म-कर्म
के कामों में उनका काफी मन लगता है। ऐसे लोगों का वैवाहिक जीवन भी काफी
अच्छा बीतता है।
*कुछ लोगों के सिग्नेचर ठीक वैसे ही होते हैं, जैसी उनकी लिखाई होती
है। ऐसे लोग किसी भी काम को अच्छे ढंग से पूरा करते हैं। जैसे वो अंदर से
होते हैं, वैसे भी बाहर से दिखते हैं। व्यवहार में बनावटीपन उन्हें बिल्कुल
पसंद नहीं होता है।
*कुछ लोग अपने हस्ताक्षर को नीचे से ऊपर की ओर ले जाते हैं। ऐसे लोग
काफी पॉजीटिव थिकिंग के होते हैं। भगवान में उनका अटूट विश्वास होता है। वे
जीवन में हमेशा आगे बढ़ने के बारे में सोचते हैं। इस तरह का सिग्नेचर करने
वाले लोगों में लीडरशिप क्वालिटी होती है। वहीं, जो लोग सिग्नेचर को ऊपर
से नीचे की ओर ले जाते हैं, वो काफी निगेटिव सोच वाले होते हैं। ये काम
करने से पहले ही अपनी नाकामयाबी तय कर लेते हैं।
*अगर कोई व्यक्ति सिग्नेचर के आखिरी में लंबी लाइन खींचता है तो ये
समझ लेना चाहिए कि उसमें किसी भी काम करने के लिए काफी एनर्जी है। ऐसे लोग
दूसरों की मदद के लिए हमेशा तैयार रहते हैं। किसी भी काम को वो पूरे मन से
करते हैं और कामयाबी भी उनके कदम चूमती है।
*जो लोग सिग्नेचर करते समय अपना मिडिल नेम पहले लिखते हैं, वो अपनी
पसंद-नापंसद को ज्यादा तवज्जो देते हैं। वहीं, जो सिर्फ सिग्नेचर में अपना
नाम लिखते हैं, वो खुद के बनाए गए सिद्धांतों पर चलने वाले होते हैं। ऐसे
लोग किसी और की सलाह नहीं मानते हैं। ये सुनते सबकी हैं, लेकिन करते सिर्फ
अपने मन की है।