हर तीन महीने पर रंगरेलियां मनाने गोवा और नेपाल जाते थे सपा विधायक
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लखनऊ. गोवा में कॉलगर्ल्स के साथ रंगरेलियां मनाते पकड़े गए यूपी के सपा विधायक के बारे में सनसनीखेज खुलासा हुआ है। एक अंग्रेजी अखबार में छपी रिपोर्ट के मुताबिक सपा विधायक महेंद्र सिंह उर्फ झीन बाबू अय्याशी करने के लिए अक्सर गोवा और नेपाल जाया करते थे। यही नहीं, झीन बाबू 1994 में रेप का आरोप भी झेल चुके हैं।
सीतापुर में झीन बाबू दो चीजों के लिए खासे मशहूर हैं। एक तो वह हर साल बड़े पैमाने पर नवरात्रि उत्सव का आयोजन करते हैं। दूसरा, वह हर तीन महीने पर गोवा और काठमांडू जाते हैं। विधायक के समर्थकों को नवरात्रि का बेसब्री से इंतजार रहता है जिसमें बड़े बड़े भोजपुरी सितारे परफॉर्म करते हैं।
सीतापुर में झीन बाबू की राजनीतिक रसूख का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि 1996 से लगातार वे विधानसभा चुनाव जीतते आ रहे हैं। क्षेत्र में छवि उनकी दबंग किस्म की है और आय भले ही वह कृषि से बताएं लेकिन जमीनों पर अवैध कब्जे और खनन में हिस्सेदारी उनकी मुख्य आय मानी जाती है।
झीन बाबू सीतापुर की सेवता विधानसभा क्षेत्र से वह समाजवादी पार्टी के विधायक हैं। 24 जुलाई 1956 में जन्मे महेंद्र कुमार सिंह का पैतृक गांव सुपौली है। उन्होंने स्नातक तक पढ़ाई की है और परिवार में एक बेटा और एक बेटी है। परिवार की आय का स्रोत कृषि ही है।
पहली बार 1996 में महेंद्र 13वीं विधानसभा के सदस्य चुने गए, इसके बाद 2002, 2007 के बाद अब 2012 में 16वीं विधानसभा के सदस्य निर्वाचित हुए हैं। 2002 से 2003 तक महेंद्र आवास संबंधी संयुक्त समिति के सदस्य रहे, यही नहीं इस समय वह सार्वजनिक उपक्रम एवं निगम संयुक्त समिति के सदस्य हैं। विदेश यात्रा के नाम पर महेंद्रने पाल गए हैं।
जानिए कौन हैं महेंद्र सिंह उर्फ झीन बाबू
सीतापुर में झीन बाबू की राजनीतिक रसूख का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि 1996 से लगातार वे विधानसभा चुनाव जीतते आ रहे हैं। क्षेत्र में छवि उनकी दबंग किस्म की है और आय भले ही वह कृषि से बताएं लेकिन जमीनों पर अवैध कब्जे और खनन में हिस्सेदारी उनकी मुख्य आय मानी जाती है।
झीन बाबू सीतापुर की सेवता विधानसभा क्षेत्र से वह समाजवादी पार्टी के विधायक हैं। 24 जुलाई 1956 में जन्मे महेंद्र कुमार सिंह का पैतृक गांव सुपौली है। उन्होंने स्नातक तक पढ़ाई की है और परिवार में एक बेटा और एक बेटी है। परिवार की आय का स्रोत कृषि ही है।
पहली बार 1996 में महेंद्र 13वीं विधानसभा के सदस्य चुने गए, इसके बाद 2002, 2007 के बाद अब 2012 में 16वीं विधानसभा के सदस्य निर्वाचित हुए हैं। 2002 से 2003 तक महेंद्र आवास संबंधी संयुक्त समिति के सदस्य रहे, यही नहीं इस समय वह सार्वजनिक उपक्रम एवं निगम संयुक्त समिति के सदस्य हैं। विदेश यात्रा के नाम पर महेंद्रने पाल गए हैं।