सभाओ में जुट रही भीड़ से समाजवादी पार्टी बमबम
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अंबरीश कुमार
लखनऊ , जनवरी । उत्तर प्रदेश के मौजूदा चुनावी माहौल में समाजवादी पार्टी फिलहाल आगे बढती नजर आ रही है । बुंदेलखंड ,मध्य उत्तर प्रदेश के बाद पूर्वांचल की विभिन्न सभाओं में समाजवादी पार्टी की सभाओं में सबसे ज्यादा भीड़ उमड़ रही है । मुलायम सिंह यादव ,आजम खान और अखिलेश यादव की सभाओं को मिल रहे जनसमर्थन से बमबम पार्टी ने आज दावा किया कि पूरे प्रदेश में सपा की लहर है । मुलायम सिंह यादव कल से तीन दिन के दौरे पर निकल रहे है जिसकी पार्टी ने जोरदार तैयारी की है । दूसरी तरफ अखिलेश यादव अब हेलीकाप्टर से प्रदेश के ज्यादा से ज्यादा जगहों पर पहुँचने की कोशिश करेंगे । उनका भी दौरा लगातार तीन दिन का है । प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से मिल रही ख़बरों से समाजवादी पार्टी बम बम है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश यादव अबतक दो सौ से ज्यादा विधान सभा क्षेत्र का दौरा कर चुके है और हर तरफ उनकी सभाओं में भीड़ जुट रही है। इस संवादददाता ने बुंदेलखंड दौरे में ललितपुर से उरई तक उनकी सभाओं में जो भीड़ देखी वह दूसरे दलों की सभाओं से कही ज्यादा थी। इसकी बाद मध्य उत्तर प्रदेश और फिर पूर्वांचल में भी अखिलेश यादव की सभाओं में भीड़ जुट रही है । समाजवादी क्रांति रथ लेकर निकाले अखिलेश यादव ने कहा -अब उत्तर प्रदेश में बदलाव तय है । मौजूदा भ्रष्ट सरकार जा रही है और अगली सरकार हमारी है ।
समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने कहा -उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी की जन सभाओं और समाजवादी क्रांति रथ यात्रा को मिल रहे व्यापक जन समर्थन से साफ़ है कि जनता ने विकल्प तय कर लिया है । बुंदेलखंड के ललितपुर में एक लाख लग अखिलेह यादव की सभा में आए तो बाकि सभी जगह दस बीस और पच्चीस हजार की सभाए हो रही है । किसी भी राजनैतिक दल को इस तरह का समर्थन नहीं मिला है ।
चौधरी की बात काफी हद तक सही है क्योकि चुनाव प्रचार के पहले दौर में कुशवाहा को लेकर भाजपा बचाव की मुद्रा में आ गई थी तो बसपा साभी दलों के निशाने पर । राहुल गांधी के चलते कांग्रेस आगे बढ़ रही है और लोकदल से गठबंधन कर उसकी सीटें भी बढेंगी लेकिन कोई यह मानने को तैयार नहीं है कि कांग्रेस की सरकार बन सकती है । ऐसे में समाजवादी पार्टी को मजबूत विकल्प का फायदा मिलता दिख रहा है। दूसरे अखिलेश यादव वह युवा चेहरे है जो इस प्रदेश के मुख्यमंत्री बन सकते है और पार्टी की मुख्य कमान वे संभाल भी रहे है । जबकि सभी जानते है कि राहुल गांधी को कांग्रेस प्रदेश का मुख्यमंत्री नहीं बनाने जा रही है । इसी वजह से अखिलेश यादव प्रदेश की राजनीति में राहुल गांधी से भारी भी पड़ेंगे।
समाजवादी पार्टी अगर बहुमत में आई तब भी और किस का समर्थन लिया तब भी अखिलेश यादव के ही मुख्यमंत्री बनने की ज्यादा संभावना है। इस बारे में जो भी अटकले है उनपर अखिलेश यादव धीरे धीरे विराम लगाते भी जा रहे है । मोहन सिंह को प्रवक्ता पद से हटाना दरअसल दूसरे क्षत्रपों को भी सन्देश देना था जो कई दागी उम्मीदवारों के लिए लामबंदी कर रहे थे जिसमे कई बाहुबली भी है । इस फैसले साथ ही अखिलेश यादव ने पार्टी संगठन पर अपनी पकड़ भी मजबूत की है । अब वे पार्टी के स्टार प्रचारक भी है । गौरतलब ही कि समाजवादी पार्टी हाल के सालों में पहली बार बिना फ़िल्मी सितारों के चुनाव लड़ रही है और भीड़ भी जुट रही है । इसकी एक वजह पिछले चार साल तक मायावती सरकार की सत्ता से टकराना भी रहा जिसके चलते लखनऊ से लेकर विभिन्न जिलों में पार्टी के कार्यकर्त्ता मारे पीटे गए औ जेल गए । उस दौर का संघर्ष अब पार्टी का समर्थन बनकर सामने आ रहा है । jansatta
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