हैरी पॉटर ने गायब कर दिए भारतीय उल्लूः जयराम रमेश

https://tehalkatodayindia.blogspot.com/2010/11/blog-post_03.html
तहलका टुडे टीम
नई दिल्ली. पर्यावरण राज्य मंत्री जयराम रमेश ने भारत में लुप्त हो रहे उल्लूओं के लिए हैरी पॉटर को जिम्मेदार ठहराया है। रमेश का तर्क है कि हॉलीवुड फिल्म और जेके राउलिंग के उपन्यास हैरी पॉटर के मुख्य किरदार हैरी पॉटर का पालतू जानवर उल्लू है। पॉटर के फैन्स उसका अनुसरण करते हुए बड़ी संख्या में उल्लू पालते हैं जो इस पक्षी के लिए खतरा बनता जा रहा है।
हैरी पॉटर की किताबें और फिल्में भारत में काफी लोकप्रिय हैं। हैरी पॉटर का पालतू जानवर हेडविग नाम का उल्लू है जो मुख्यतः पत्रों का आदान प्रदान करता है।
जयराम रमेंश ने बुधवार को कहा कि हैरी पॉटर का अनुसरण करते हुए भारत के उच्च और मध्यवर्गीय परिवार अपने बच्चों को उल्लू तोहफे में दे रहे हैं।
रमेश दिल्ली में ट्रैफिक इंडिया द्वारा इंपेरिल्ड कस्टोडियन आफ नाइट नाम की रिपोर्ट को सार्वजनिक करने पहुंचे थे।
रिपोर्ट में कहा गया है कि किसानों के लिए मददगार पक्षी उल्लू को दीपावली पर मारे जाने से धन और ऐश्वर्य की प्राप्ति के अंधविश्वास के कारण इसके अस्तित्व और पारिस्थितिकी संतुलन पर संकट मंडरा रहा है।
ट्रैफिक इंडिया और विश्व वन्यजीव कोष डब्ल्यूडब्ल्यूएफ की रिपोर्ट 'इंपेरिल्ड कस्टोडियन आफ नाइट' यानी 'रात के रक्षक पर मंडराता खतरा' में कहा गया है कि भारत में उल्लुओं की 30 प्रजातियां पायी जाती है और ये सभी 1972 के वन्य जीव संरक्षण कानून के तहत संरक्षित है। वर्ष 1991 में इस कानून में संशोधन करके इसके अवैध व्यापार शिकार और इसे एक जगह से दूसरे जगह ले जाने परप्रतिबंध लगाया गया है लेकिन अंधविश्वास और अवैध व्यापार के कारण इस पक्षी के लुप्त होने की आशंका है।
पुराने जंगल समाप्त होने से इनका पर्यावास भी खत्म होता जा रहा है। हर वर्ष कितने उल्लू मारे जाते है. इसकी सही जानकारी तो उपलब्ध नहीं है लेकिन एक अनुमान के अनुसार प्रति वर्ष हजारों की संख्या में उल्लू मारे जाते हैं और दीपावली के आसपास यह आंकडा सबसे ज्यादा हो जाता है।
रिपोर्ट में बताया गया है कि रात का पक्षी होने के कारण उल्लू अपशकुनी माना जाता है। तांत्निक दीवाली के दिन काला जादू में इसका इस्तेमाल करते हैं क्योंकि यह अंधविश्वास है कि इस दिन इसे मारने से धन और ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है।
इसके अलावा गली, सड़क पर खेल तमाशे दिखाने और देसी देवाओं में भी इसके अंगों का इस्तेमाल होने के कारण यह पक्षी संकट में है
हैरी पॉटर की किताबें और फिल्में भारत में काफी लोकप्रिय हैं। हैरी पॉटर का पालतू जानवर हेडविग नाम का उल्लू है जो मुख्यतः पत्रों का आदान प्रदान करता है।
जयराम रमेंश ने बुधवार को कहा कि हैरी पॉटर का अनुसरण करते हुए भारत के उच्च और मध्यवर्गीय परिवार अपने बच्चों को उल्लू तोहफे में दे रहे हैं।
रमेश दिल्ली में ट्रैफिक इंडिया द्वारा इंपेरिल्ड कस्टोडियन आफ नाइट नाम की रिपोर्ट को सार्वजनिक करने पहुंचे थे।
रिपोर्ट में कहा गया है कि किसानों के लिए मददगार पक्षी उल्लू को दीपावली पर मारे जाने से धन और ऐश्वर्य की प्राप्ति के अंधविश्वास के कारण इसके अस्तित्व और पारिस्थितिकी संतुलन पर संकट मंडरा रहा है।
ट्रैफिक इंडिया और विश्व वन्यजीव कोष डब्ल्यूडब्ल्यूएफ की रिपोर्ट 'इंपेरिल्ड कस्टोडियन आफ नाइट' यानी 'रात के रक्षक पर मंडराता खतरा' में कहा गया है कि भारत में उल्लुओं की 30 प्रजातियां पायी जाती है और ये सभी 1972 के वन्य जीव संरक्षण कानून के तहत संरक्षित है। वर्ष 1991 में इस कानून में संशोधन करके इसके अवैध व्यापार शिकार और इसे एक जगह से दूसरे जगह ले जाने परप्रतिबंध लगाया गया है लेकिन अंधविश्वास और अवैध व्यापार के कारण इस पक्षी के लुप्त होने की आशंका है।
पुराने जंगल समाप्त होने से इनका पर्यावास भी खत्म होता जा रहा है। हर वर्ष कितने उल्लू मारे जाते है. इसकी सही जानकारी तो उपलब्ध नहीं है लेकिन एक अनुमान के अनुसार प्रति वर्ष हजारों की संख्या में उल्लू मारे जाते हैं और दीपावली के आसपास यह आंकडा सबसे ज्यादा हो जाता है।
रिपोर्ट में बताया गया है कि रात का पक्षी होने के कारण उल्लू अपशकुनी माना जाता है। तांत्निक दीवाली के दिन काला जादू में इसका इस्तेमाल करते हैं क्योंकि यह अंधविश्वास है कि इस दिन इसे मारने से धन और ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है।
इसके अलावा गली, सड़क पर खेल तमाशे दिखाने और देसी देवाओं में भी इसके अंगों का इस्तेमाल होने के कारण यह पक्षी संकट में है