अंधेरे में रहने को मजबूर, राजमाता व युवराज की रियाया

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रायबरेली - अमेठी से रिजवान मुस्तफा की रिपोर्ट
भारत गणराज्य में छोटे बच्चे से अगर पूछा जाए कि देश पर वास्तव में शासन कौन कर रहा है तो निश्चित तौर पर उसका जवाब होगा ‘सोनिया गांधी‘। नेहरू गांधी परिवार के नाम पर आधी सदी से ज्यादा राज करने वाली कांग्रेस ने अघोषित तौर पर कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमति सोनिया गांधी को अपनी राजमाता और कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी को अपना युवराज मान ही लिया है। क्या आप जानते हैं कि राजमाता और युवराज की सल्तनत का आलम क्या है
भारत गणराज्य में छोटे बच्चे से अगर पूछा जाए कि देश पर वास्तव में शासन कौन कर रहा है तो निश्चित तौर पर उसका जवाब होगा ‘सोनिया गांधी‘। नेहरू गांधी परिवार के नाम पर आधी सदी से ज्यादा राज करने वाली कांग्रेस ने अघोषित तौर पर कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमति सोनिया गांधी को अपनी राजमाता और कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी को अपना युवराज मान ही लिया है। क्या आप जानते हैं कि राजमाता और युवराज की सल्तनत का आलम क्या है
जी हां अमेठी और रायबरेली में रियाया को महज दो से तीन घंटे
बिजली ही मिल पा रही है। मतलब यहां की जनता 21 से 22 घंटे
बिना बिजली के ही गुजर बसर करने पर मजबूर है,जबकि ऊँचा हार में एन टी पी सी पावर हाउस कांग्रेस ने ही बनवाया था जिसका फायदा यहाँ की जनता को आज तक नहीं मिला वहीं दूसरी ओर इसी जनता के जनादेश के बलबूते देश पर परोक्ष तौर पर हुकूमत करने वाली श्रीमति सोनिया गांधी और उनके पुत्र राहुल गांधी पूरे नवाबी शौक के साथ देश की राजनैतिक राजधानी दिल्ली में सुकून का जीवन जी रहे हैं। यह मामला तब प्रकाश में आया जब उत्तर प्रदेश विधानसभा में इस मामले को उठाया गया। यह है भारत गणराज्य का आजादी के तिरेसठ साल बाद का नजारा। जब देश पर शासन करने वाली कांग्रेसनीत संप्रग सरकार की नैया के खिवैयों की सल्तनत का यह हाल है तो बाकी देश में क्या हॉल होगा ,गरीब गुरबा किस तरह ज़िन्दगी गुज़र रहे के बारे में अनुमान लगाने से ही रूह ही सिहर उठेगी ।
रायबरेली ke हरचंदपुर ब्लाक के ग्रामीणों ने शनिवार को बिजली के लिए रैली निकाली। नेतृत्व कर रहे दिनेश सिंह ने कहा कि बिजली की समस्या के चलते जिले का विकास बाधित है। किसान बिजली समस्या के चलते धान की फसल की सिंचाई नहीं कर पा रहे हैं।
बीडीसी गया यादव ने कहा कि ग्रामीणों की न सुनी गई तो आने वाले समय में ब्लाक ही नहीं, पूरे जिले में आंदोलन किए जाएंगे। जिला पंचायत सदस्य राम कुमार कोरी ने कहा कि जिले को वीवीआईपी का दर्जा प्राप्त है, लेकिन समस्याएं जस की तस हैं। यह रैली सोतहा का पुरवा, अजमत उल्लागंज होते हुए चौहनिया गांव में समाप्त हुई। संसद में कानून बनाओ, रायबरेली को बिजली दिलाओ का नारा दिया गया।
रायबरेली सिटी में बिजली कटौती से गुस्सा बढ़ता जा रहा है। खासकर मुस्लिमों में आक्रोश है। यही वजह है कि शुक्रवार की रात सड़क पर उतरे लोगों ने अली मियां चौक पर प्रदर्शन किया। चेतावनी दी है कि रमजान के इस महीने में कटौती बंद नहीं की गई तो रात में ही डीएम आवास का घेराव किया जाएगा। कहा कि इस समय नमाज तरावीह चल रही है, जिससे काफी दिक्कतें आ रही हैं। इसलिए किसी भी सूरत में शाम पांच बजे से सुबह सात बजे तक कटौती नहीं होनी चाहिए।
अभी तक शहरी क्षेत्र में सुबह ७ से ११ और सायं ३ से ७ बजे तक कटौती तय थी, लेकिन इधर रमजान शुरू हो जाने के कारण इसमें परिवर्तन किया गया। शाम के वक्त होने वाली कटौती में कमी जरूर की गई, लेकिन इसकी भरपाई करने के लिए रात ९ बजे से ११ बजे तक कटौती कर दी गई। यही समय नमाज तरावीह का होता है, जिससे मुस्लिमों का गुस्सा बढ़ रहा है। अलग-अलग मस्जिदों में जैसे-जैसे नमाज तरावीह खत्म होती गई, वैसे-वैसे लोगों का मजमा कहारों का अड्डा स्थित अली मियां चौक पर लग गया। पूर्व विधायक डा. मो. मुसलिम ने कहा कि किसी भी सूरत में ९ से ११ बजे की कटौती ठीक नहीं है। गर्मी के इस मौसम में बिना बिजली के काफी दिक्कत आती है। इस बाबत पहले ही कहा जा चुका था, लेकिन मनमाना रवैया अपनाते हुए रात की कटौती चालू कर दी गई।
वही अमेठी इलाके का हॉल भी बदहाल अवाम परेशान है अघोषित विद्युत कटौती से आक्रोशित क्षेत्रवासियों ने इलाहाबाद-फैजाबाद राजमार्ग पर दो घंटे जाम लगाकर व्यवस्था सही कराने की मांग की। जाम की चपेट में आए फैजाबाद से सुल्तानपुर जा रहे डीआईजी ने बिजली महकमे के उच्चाधिकारियों से वार्ताकर समस्या निदान का आश्वासन देकर जाम खुलवाया।कांग्रेस नेता मोहम्मद रिजवान अहमद की अगुवाई में कस्बे के व्यापारियों और अन्य लोगों ने कटौती के विरोध में चौराहे पर मार्ग जाम कर दिया। प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि जिले के अन्य क्षेत्रों में यहां से ज्यादा बिजली आपूर्ति की जा रही है। बार-बार अधिकारियों का इस समस्या की ओर ध्यान आकृष्ट कराया गया, लेकिन नतीजा ढाक के तीन पात ही रहा।
बिजली ही मिल पा रही है। मतलब यहां की जनता 21 से 22 घंटे
बिना बिजली के ही गुजर बसर करने पर मजबूर है,जबकि ऊँचा हार में एन टी पी सी पावर हाउस कांग्रेस ने ही बनवाया था जिसका फायदा यहाँ की जनता को आज तक नहीं मिला वहीं दूसरी ओर इसी जनता के जनादेश के बलबूते देश पर परोक्ष तौर पर हुकूमत करने वाली श्रीमति सोनिया गांधी और उनके पुत्र राहुल गांधी पूरे नवाबी शौक के साथ देश की राजनैतिक राजधानी दिल्ली में सुकून का जीवन जी रहे हैं। यह मामला तब प्रकाश में आया जब उत्तर प्रदेश विधानसभा में इस मामले को उठाया गया। यह है भारत गणराज्य का आजादी के तिरेसठ साल बाद का नजारा। जब देश पर शासन करने वाली कांग्रेसनीत संप्रग सरकार की नैया के खिवैयों की सल्तनत का यह हाल है तो बाकी देश में क्या हॉल होगा ,गरीब गुरबा किस तरह ज़िन्दगी गुज़र रहे के बारे में अनुमान लगाने से ही रूह ही सिहर उठेगी ।
रायबरेली ke हरचंदपुर ब्लाक के ग्रामीणों ने शनिवार को बिजली के लिए रैली निकाली। नेतृत्व कर रहे दिनेश सिंह ने कहा कि बिजली की समस्या के चलते जिले का विकास बाधित है। किसान बिजली समस्या के चलते धान की फसल की सिंचाई नहीं कर पा रहे हैं।
बीडीसी गया यादव ने कहा कि ग्रामीणों की न सुनी गई तो आने वाले समय में ब्लाक ही नहीं, पूरे जिले में आंदोलन किए जाएंगे। जिला पंचायत सदस्य राम कुमार कोरी ने कहा कि जिले को वीवीआईपी का दर्जा प्राप्त है, लेकिन समस्याएं जस की तस हैं। यह रैली सोतहा का पुरवा, अजमत उल्लागंज होते हुए चौहनिया गांव में समाप्त हुई। संसद में कानून बनाओ, रायबरेली को बिजली दिलाओ का नारा दिया गया।
रायबरेली सिटी में बिजली कटौती से गुस्सा बढ़ता जा रहा है। खासकर मुस्लिमों में आक्रोश है। यही वजह है कि शुक्रवार की रात सड़क पर उतरे लोगों ने अली मियां चौक पर प्रदर्शन किया। चेतावनी दी है कि रमजान के इस महीने में कटौती बंद नहीं की गई तो रात में ही डीएम आवास का घेराव किया जाएगा। कहा कि इस समय नमाज तरावीह चल रही है, जिससे काफी दिक्कतें आ रही हैं। इसलिए किसी भी सूरत में शाम पांच बजे से सुबह सात बजे तक कटौती नहीं होनी चाहिए।
अभी तक शहरी क्षेत्र में सुबह ७ से ११ और सायं ३ से ७ बजे तक कटौती तय थी, लेकिन इधर रमजान शुरू हो जाने के कारण इसमें परिवर्तन किया गया। शाम के वक्त होने वाली कटौती में कमी जरूर की गई, लेकिन इसकी भरपाई करने के लिए रात ९ बजे से ११ बजे तक कटौती कर दी गई। यही समय नमाज तरावीह का होता है, जिससे मुस्लिमों का गुस्सा बढ़ रहा है। अलग-अलग मस्जिदों में जैसे-जैसे नमाज तरावीह खत्म होती गई, वैसे-वैसे लोगों का मजमा कहारों का अड्डा स्थित अली मियां चौक पर लग गया। पूर्व विधायक डा. मो. मुसलिम ने कहा कि किसी भी सूरत में ९ से ११ बजे की कटौती ठीक नहीं है। गर्मी के इस मौसम में बिना बिजली के काफी दिक्कत आती है। इस बाबत पहले ही कहा जा चुका था, लेकिन मनमाना रवैया अपनाते हुए रात की कटौती चालू कर दी गई।
वही अमेठी इलाके का हॉल भी बदहाल अवाम परेशान है अघोषित विद्युत कटौती से आक्रोशित क्षेत्रवासियों ने इलाहाबाद-फैजाबाद राजमार्ग पर दो घंटे जाम लगाकर व्यवस्था सही कराने की मांग की। जाम की चपेट में आए फैजाबाद से सुल्तानपुर जा रहे डीआईजी ने बिजली महकमे के उच्चाधिकारियों से वार्ताकर समस्या निदान का आश्वासन देकर जाम खुलवाया।कांग्रेस नेता मोहम्मद रिजवान अहमद की अगुवाई में कस्बे के व्यापारियों और अन्य लोगों ने कटौती के विरोध में चौराहे पर मार्ग जाम कर दिया। प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि जिले के अन्य क्षेत्रों में यहां से ज्यादा बिजली आपूर्ति की जा रही है। बार-बार अधिकारियों का इस समस्या की ओर ध्यान आकृष्ट कराया गया, लेकिन नतीजा ढाक के तीन पात ही रहा।