सैयद अहमद मेहंदी बने लखनऊ हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार
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लखनऊ। उच्च न्यायालय में अपनी ईमानदार छवि से पहचाने जाने वाले तेज तर्रार सैयद अहमद
मेहंदी लखनऊ बेंच में रजिस्ट्रार नियुक्त किये गये हैं। श्री मेहंदी की नियुक्ति से उच्च न्यायालय के कर्मचारियों के साथ वकीलों में भी खुशी की लहर दौड़ गयी।
मालूम हो कि फैजाबाद के निवासी सैयद अहमद मेहंदी ने साकेत डिग्री कालेज के साथ शिया डिग्री कालेज लखनऊ से एलएलबी किया था। आईएस मेन भी क्वालीफाइ कर चुके थे। उच्च न्यायालय इलाहाबाद में उन्होंने नौकरी की शुरूआत की थी। तेज तर्रार अहमद मेहंदी दूरदर्शन और आकाशवाणी से भी जुड़े हुए हैं। कई इण्टरव्यू में सफलता हासिल करने के बाद आज हाईकोर्ट के रजिस्टार पद पर उनकी नियुक्ति मुख्य न्यायाधीश द्वारा की गयी।
श्री मेहंदी को हाईकोर्ट के दस्तावेज रखने का और उनको संकलित कर म्यूजियम बनाने का एक नया तर्जुबा उनकी तरक्की का सबब बना। मिलनसार तबियत के श्री मेहंदी अपनी ईमानदारी और मिलनसारी से मेहंदी साहब के नाम से जाने जाते हैं। लेकिन उनका मीडिया से जुड़ाव आज भी टूटा नहीं है। वह उनका शौक आज भी दूरदर्शन पर उर्दू न्यूज रीडर की हैसियत से टीवी की स्क्रीन पर छाया रहता है। आज दिन भर मेहंदी साहब को मुबारकबाद देने वालों का ताता लगा रहा। फोन पर फोन आते रहे मेहंदी साहब सबको मुबारकबाद का जवाब यह कहकर देते रहे कि यह सब आप लोगों की दुवाओं का नतीजा है।
मेहंदी लखनऊ बेंच में रजिस्ट्रार नियुक्त किये गये हैं। श्री मेहंदी की नियुक्ति से उच्च न्यायालय के कर्मचारियों के साथ वकीलों में भी खुशी की लहर दौड़ गयी।
मालूम हो कि फैजाबाद के निवासी सैयद अहमद मेहंदी ने साकेत डिग्री कालेज के साथ शिया डिग्री कालेज लखनऊ से एलएलबी किया था। आईएस मेन भी क्वालीफाइ कर चुके थे। उच्च न्यायालय इलाहाबाद में उन्होंने नौकरी की शुरूआत की थी। तेज तर्रार अहमद मेहंदी दूरदर्शन और आकाशवाणी से भी जुड़े हुए हैं। कई इण्टरव्यू में सफलता हासिल करने के बाद आज हाईकोर्ट के रजिस्टार पद पर उनकी नियुक्ति मुख्य न्यायाधीश द्वारा की गयी।
श्री मेहंदी को हाईकोर्ट के दस्तावेज रखने का और उनको संकलित कर म्यूजियम बनाने का एक नया तर्जुबा उनकी तरक्की का सबब बना। मिलनसार तबियत के श्री मेहंदी अपनी ईमानदारी और मिलनसारी से मेहंदी साहब के नाम से जाने जाते हैं। लेकिन उनका मीडिया से जुड़ाव आज भी टूटा नहीं है। वह उनका शौक आज भी दूरदर्शन पर उर्दू न्यूज रीडर की हैसियत से टीवी की स्क्रीन पर छाया रहता है। आज दिन भर मेहंदी साहब को मुबारकबाद देने वालों का ताता लगा रहा। फोन पर फोन आते रहे मेहंदी साहब सबको मुबारकबाद का जवाब यह कहकर देते रहे कि यह सब आप लोगों की दुवाओं का नतीजा है।