सचिन को संन्यास की सलाह पर भड़की लता
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मुंबई। सुर साम्राज्ञी लता मंगेशकर क्रिकेट किंवदंती सचिन तेंदुलकर के महाशतक बनाने से बेहद खुश हैं। मगर मास्टर ब्लास्टर को खेल से संन्यास लेने की सलाह देने वालों को उन्होंने आड़े हाथों लिया है।
सुर साम्राज्ञी लता ने कहा कि लोगों को लगता है कि मेरे लिए सबकुछ आसान रहा है, लेकिन मैंने भी करियर में खराब दौर देखा है। मेरे करियर में एक समय ऐसा भी आया जब मैं इसे छोड़ने का मन बना लिया था। फिर मैंने इससे लड़ने का निर्णय लिया। ऐसा ही सचिन ने भी किया।
पिछले दो दशक से अधिक समय से खेल रहे 38 बरस के सचिन ने शुक्रवार को ढाका में एशिया कप के दौरान बांग्लादेश के खिलाफ 100वां अंतरराष्ट्रीय शतक बनाया था। इसी के साथ वह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के इतिहास में सौ शतकों का आंकड़ा छूने वाले पहले बल्लेबाज बने। लता का कहना है कि सचिन के सौवें शतक को लेकर उनपर दबाव होने का उपहास उड़ाया जा रहा था।
सचिन को अपना बेटा मानने वाली लता ने कहा, 'इसका मतलब यह है कि उनके द्वारा बनाए गए 99 शतक कोई मायने नहीं रखते। यानी हम एक राष्ट्र के रूप में अपने बेशकीमती खिलाड़ी का सम्मान नहीं करते। सचिन बुरे दौर से गुजर रहे थे।'
उन्होंने कहा कि सौभाग्यवश, वह कभी भी इसे हासिल करने के लिए दबाव में नहीं दिखे। वह लगातार खेलते रहे क्योंकि वह इस खेल से प्यार करते हैं। मैं इसे समझ सकती हूं। पूर्व भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान कपिल देव समेत तमाम लोगों ने सचिन को संन्यास लेने का सुझाव दिया है। भारत रत्न से सम्मानित 81 वर्षीय सुर साम्राज्ञी ने कहा, 'उन्हें संन्यास क्यों लेना चाहिए? किसी गायक या खिलाड़ी के संन्यास लेने का फैसला कौन करेगा? सचिन जब चाहेंगे वह संन्यास ले लेंगे।