मोहम्मद अहमद काजमी के समर्थन में उतरे पत्रकार
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दिल्ली यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट के महासचिव एसके पाण्डेय ने कहा कि पत्रकार सैयद मोहम्मद अहमद काजमी को जमानत पर रिहा किया जाए. पत्रकार सैयद मोहम्मद अहमद काजमी को जमानत पर रिहा किया जाए. अगर उनके खिलाफ सबूत हैं तो जल्द से जल्द चार्जशीट दायर की जानी चाहिए. पुलिस को मीडिया में काजमी की छवि पर उंगली नहीं उठानी चाहिए. उनके संदर्भ में पुलिस को बाकायदा प्रेस नोट जारी करने चाहिए. ये मांगें शुक्रवार को दिल्ली यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट के महासचिव एसके पाण्डेय ने की.
वे प्रेस क्लब ऑफ इंडिया में यूनियन द्वारा आयोजित संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि जांच निष्पक्ष व हर स्तर पर पारदर्शी होनी चाहिए. काजमी की गिरफ्तारी से पत्रकार आहत हैं, इसे मीडिया व अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमले के रूप में देख रहे हैं. उन्होंने कहा कि यह जाहिर है कि काजमी पुलिस के साथ भरपूर सहयोग कर रहे हैं. ऐसे में उन्हें पुलिस कस्टडी में रखना उन्हें और उनके परिवार के लिए पीड़ायादक है. वरिष्ठ पत्रकार सईद नकवी ने कहा कि मोहम्मद काजमी को जबरदस्ती फंसाया गया है. यह हम सभी पत्रकारों पर हमला है.
हम यहां किसी हिंदू या मुस्लिम के रूप में नहीं आए हैं. हम सभी पत्रकार हैं और यह एक पत्रकार की गिरफ्तारी और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का मामला है. नकवी ने कहा कि यह एक दुखद घटना है कि विदेशी मामलों, कई भाषाओं के जानकार और वर्षो से पीआईबी के मान्यताप्राप्त पत्रकार को इस तरह गिरफ्तार कर लिया गया.
गिरफ्तारी के खिलाफ मैं पत्रकारों के साथ - बुखारी : जामा मस्जिद के शाही इमाम मौलाना सैयद अहमद बुखारी ने कहा कि वे पत्रकार सैयद मोहम्मद काजमी की गिरफ्तारी के खिलाफ पत्रकारों के साथ हैं. काजमी को मोसाद और सीआईए के इशारे पर गिरफ्तार किया गया है. उनके बारे में ऐसा विचार भी नहीं किया जा सकता कि वे किसी आतंकी घटना में शामिल होंगे या उसका हिस्सा होंगे. शाही इमाम शुक्रवार शाम बीके दत्त कॉलोनी स्थित पत्रकार काजमी के घर पहुंचे और पत्रकारों से बातचीत की. इस मौके पर शिया जामा मस्जिद के इमाम मौलवी सैयद अली तकवी भी मौजूद थे.
शाही इमाम बुखारी ने कहा कि आगे के चुनाव में कांग्रेस का हाल बिहार और उत्तर प्रदेश से भी बुरा होगा. पार्टी एक अरसे से मुसलमानों को आतंकवादी घोषित करना चाहती है. मोहम्मद अहमद काजमी की गिरफ्तारी इस्रइली खुफिया एजेंसी मोसाद के इशारे पर की गई है. उन्होंने कहा कि क्या अब देश को इस्रइली खुफिया एजेंसी मोसाद और अमरीकी खुफिया एजेंसी सीआईए चलाएगी. इस अवसर पर शिया जामा मस्जिद के इमाम मौलवी सैयद अली तकवी ने कहा कि यह अपने आप में एक गंभीर मामला है. अगर विदेशी मामलों का पत्रकार विदेशी दौरे नहीं करेगा तो कौन करेगा. काजमी के सीरिया या ईरान के दौरों को शक की नजर से देखना उचित नहीं.
पत्रकारों के सामने भावुक हो रो पड़े शोजब : संवाददाता सम्मेलन में भावुक हो मोहम्मद अहमद काजमी के बेटे शोजब काजमी रो पड़े. उन्होंने कहा कि मेरे पिता नेशनल हीरो हैं. वे इराक युद्ध कवर करने गए थे और भारत का नेतृत्व किया था. स्पेशल सेल और पुलिस ने मुझसे और मेरे पिता से जबरदस्ती कागजों पर दस्तखत कराए. स्कूटी के मामले में शोजब ने कहा कि यह मेरे अंकल की स्कूटी है. जब अंकल मेरठ से दिल्ली इलाज कराने आए थे तो उन्होंने खरीदी थी ताकि एम्स तक आसानी से आ-जा सकें. स्कूटी काफी समय से चलाई भी नहीं गई थी. पुलिस ने उसके कागज भी हमसे जबरदस्ती ले लिए हैं. पुलिस ने मेरे साथ र्दुव्यवहार कर अपशब्द भी कहे.
वे प्रेस क्लब ऑफ इंडिया में यूनियन द्वारा आयोजित संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि जांच निष्पक्ष व हर स्तर पर पारदर्शी होनी चाहिए. काजमी की गिरफ्तारी से पत्रकार आहत हैं, इसे मीडिया व अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमले के रूप में देख रहे हैं. उन्होंने कहा कि यह जाहिर है कि काजमी पुलिस के साथ भरपूर सहयोग कर रहे हैं. ऐसे में उन्हें पुलिस कस्टडी में रखना उन्हें और उनके परिवार के लिए पीड़ायादक है. वरिष्ठ पत्रकार सईद नकवी ने कहा कि मोहम्मद काजमी को जबरदस्ती फंसाया गया है. यह हम सभी पत्रकारों पर हमला है.
हम यहां किसी हिंदू या मुस्लिम के रूप में नहीं आए हैं. हम सभी पत्रकार हैं और यह एक पत्रकार की गिरफ्तारी और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का मामला है. नकवी ने कहा कि यह एक दुखद घटना है कि विदेशी मामलों, कई भाषाओं के जानकार और वर्षो से पीआईबी के मान्यताप्राप्त पत्रकार को इस तरह गिरफ्तार कर लिया गया.
गिरफ्तारी के खिलाफ मैं पत्रकारों के साथ - बुखारी : जामा मस्जिद के शाही इमाम मौलाना सैयद अहमद बुखारी ने कहा कि वे पत्रकार सैयद मोहम्मद काजमी की गिरफ्तारी के खिलाफ पत्रकारों के साथ हैं. काजमी को मोसाद और सीआईए के इशारे पर गिरफ्तार किया गया है. उनके बारे में ऐसा विचार भी नहीं किया जा सकता कि वे किसी आतंकी घटना में शामिल होंगे या उसका हिस्सा होंगे. शाही इमाम शुक्रवार शाम बीके दत्त कॉलोनी स्थित पत्रकार काजमी के घर पहुंचे और पत्रकारों से बातचीत की. इस मौके पर शिया जामा मस्जिद के इमाम मौलवी सैयद अली तकवी भी मौजूद थे.
शाही इमाम बुखारी ने कहा कि आगे के चुनाव में कांग्रेस का हाल बिहार और उत्तर प्रदेश से भी बुरा होगा. पार्टी एक अरसे से मुसलमानों को आतंकवादी घोषित करना चाहती है. मोहम्मद अहमद काजमी की गिरफ्तारी इस्रइली खुफिया एजेंसी मोसाद के इशारे पर की गई है. उन्होंने कहा कि क्या अब देश को इस्रइली खुफिया एजेंसी मोसाद और अमरीकी खुफिया एजेंसी सीआईए चलाएगी. इस अवसर पर शिया जामा मस्जिद के इमाम मौलवी सैयद अली तकवी ने कहा कि यह अपने आप में एक गंभीर मामला है. अगर विदेशी मामलों का पत्रकार विदेशी दौरे नहीं करेगा तो कौन करेगा. काजमी के सीरिया या ईरान के दौरों को शक की नजर से देखना उचित नहीं.
पत्रकारों के सामने भावुक हो रो पड़े शोजब : संवाददाता सम्मेलन में भावुक हो मोहम्मद अहमद काजमी के बेटे शोजब काजमी रो पड़े. उन्होंने कहा कि मेरे पिता नेशनल हीरो हैं. वे इराक युद्ध कवर करने गए थे और भारत का नेतृत्व किया था. स्पेशल सेल और पुलिस ने मुझसे और मेरे पिता से जबरदस्ती कागजों पर दस्तखत कराए. स्कूटी के मामले में शोजब ने कहा कि यह मेरे अंकल की स्कूटी है. जब अंकल मेरठ से दिल्ली इलाज कराने आए थे तो उन्होंने खरीदी थी ताकि एम्स तक आसानी से आ-जा सकें. स्कूटी काफी समय से चलाई भी नहीं गई थी. पुलिस ने उसके कागज भी हमसे जबरदस्ती ले लिए हैं. पुलिस ने मेरे साथ र्दुव्यवहार कर अपशब्द भी कहे.
Allah j.j. Mazloom ko jald se jald Insaaf Dilaye or zalim ko tabaho barbaad karde..
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