यमन में देशव्यापी प्रदर्शन,सीरिया की हिंसा में 40 लोगों की मौत

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सीरिया में विपक्षी प्रदर्शनकारियों ने दावा किया है कि राष्ट्रपति बशर अल असद के ख़िलाफ़ प्रदर्शन कर रहे लोगों पर सैनिकों ने गोलीबारी की है, जिसके कारण 40 लोग मारे गए हैं. यमन में आज भी व्यापक स्तर पर सरकार विरोधी प्रदर्शन हुए और जनता ने राष्ट्रपति अली अब्दुल्लाह के त्यागपत्र की मांग की।
आज जुमा की नमाज़ के बाद प्रदर्शनकारी राजधानी सनआ सहित देश के सभी नगरों में एकत्रित हुए और विवादित राष्ट्रपति अली अब्दुल्लाह सालेह के विरुद्ध नारेबाज़ी की। तइज़्ज़ नगर में सुरक्षा बलों और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प में चार प्रदर्शनकारी मारे गए।
देश के युवा आंदोलन ने कल शनिवार को भी देशव्यापी हड़ताल की घोषणा की है। अली अब्दुल्लाह सालेह पर दबाव निरंतर बढ़ता जा रहा
सीरिया भर में प्रदर्शन हो रहे हैं
राष्ट्रपति असद के ख़िलाफ़ देशभर में प्रदर्शन हो रहे हैं. सबसे बड़ा प्रदर्शन डेरा शहर में हुआ, जहाँ लाखों लोग सड़कों पर उतर आए.
ये प्रदर्शन ऐसे समय हो रहे हैं, जब एक दिन पहले ही राष्ट्रपति असद ने विवादित आपातकाल क़ानून को हटाने की घोषणा की है.
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक़ सबसे ज़्यादा मौतें डेरा शहर के पास स्थित एज़रा गाँव में हुई. इसके अलावा डूमा में भी कुछ लोगों के मारे जाने का समाचार है. प्रदर्शनकारी मौजूदा सरकार को उखाड़ फेंकने का नारा लगा रहे हैं.
मांग
माना जा रहा है कि सीरिया में पिछले महीने शुरू हुए प्रदर्शनों में अभी तक क़रीब 230 लोगों की जान जा चुकी है.विरोध प्रदर्शन शुरू होने के बाद पहली बार देशभर में प्रदर्शनों का आयोजन कर रहे लोगों ने एक संयुक्त बयान जारी करके एक लोकतांत्रिक राजनीतिक प्रक्रिया शुरू करने की मांग की है.
शुक्रवार को हिंसा उस समय शुरू हुई, जब जुमे की नमाज़ के बाद बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतर आए.
अभी तक मारे गए लोगों की संख्या के बारे में कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है.
सरकारी समाचार एजेंसी साना ने सिर्फ़ इतना ही कहा है कि प्रदर्शनकारियों और आम नागरिकों के बीच संघर्ष रोकने के लिए पुलिस को आँसू गैस के गोले छोड़ने पड़े. जिसमें कुछ लोग घायल हुए हैं.
एज़रा, डूमा के अलावा होम्स में भी दो लोगों के मारे जाने की अपुष्ट ख़बर आ रही है. एज़रा में एक प्रत्यक्षदर्शी ने समाचार एजेंसी एएफ़पी को बताया कि जैसे ही प्रदर्शनकारी मेयर के कार्यालय की ओर जाने लगे, एकाएक गोलियाँ चलनी शुरू हो गईं.