सोनिया और कांग्रेस को डुबोयेगे उनके खेवनहार
http://tehalkatodayindia.blogspot.com/2011/06/blog-post_22.html
तहलका टुडे टीम
सोनिया गांधी और उनके चंपूओं की कांग्रेस दोनों के लिए एक दुखद आंकलन है. राजनीतिक रूप से गलतियों पर गलतियां करती जा रहीं मैडम और उनके सिपहसालारों की कांग्रेस दोनों की लुटिया 2012 में डूब जाएगी. यह कोई राजनीतिक पंडित नहीं बोल रहा है बल्कि वे पंडित बोल रहे हैं जिनके बोलने पर राजनीतिक निर्णय लिये जाते हैं. देश के दो बड़ी ब्राण्डिंग वाले ज्योतिषियों का कहना है कि 2012 न तो सोनिया गांधी के लिए अच्छा है और न ही कांग्रेस के लिए.
बेजान दारूवाला और अजय भांबी का कहना है कि 2012 से कांग्रेस और सोनिया गांधी के सितारे गर्दिश में चले जाएंगे. मनमोहन सिंह की भी विदाई इसी दौर में हो जाएगी. ज्योतिषी लोग यह तो नहीं बोल रहे हैं कि ऐसा किन राजनीतिक कारणों से होगा क्योंकि वे तो सितारों की गणना करते हैं. लेकिन क्या इन्हीं लोगों की सलाह पर दिग्विजय सिंह ने भैया राहुल को पीएम बनाने की डुगडुगी बजा दी है. बेजान दारूवाला भी दिग्गी की बात को ज्योतिषीय हिसाब से पुख्ता करते हुए मानते हैं कि 2012 में राहुल गांधी के प्रधानमंत्री बन जाने के पूरे आसार हैं. कांग्रेस के अंदरखाने राहुल भैया के समर्थक और विरोधी दोनों ही चाहते हैं कि एक बार राहुल गांधी को पीएम बना देना चाहिए. समर्थक इसलिए ताकि उनके समर्थन का जोर सामने आ जाए और विरोधी इसलिए ताकि राहुल गांधी का डब्बा हमेशा के लिए गुल हो जाए.
दिग्गी की डुगडुगी के उलट बेजान दारूवाला की घोषणा है कि अगले आठ साल तक कांग्रेस के सितारे गर्दिश में रहेंगे. यानी करीब करीब दो टर्म अब कांग्रेस केन्द्र के शासन में वापस नहीं लौटनेवाली है. तो फिर शासन कौन करेगा? दोनों ज्योतिषी एक बात पर एकराय हैं कि शासन की नरेन्द्र मोदी की कुण्डली बहुत ताकतवर है. अगले कुछ सालों में देश के राजनीति नरेन्द्र मोदी के आस पास ही मंडरानेवाली है. तो क्या ज्योतिषी लोग यह बोल रहे हैं कि देश के अगले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हैं? आडवाणी जी सुन रहे हैं क्या?
अब मुश्किल सोनिया माई के लिए है. कांग्रेस को बचाना है तो बेटे की राजनीतिक बलि लेनी पड़ेगी और बेटे को पीएम की कुर्सी पर बैठाना है तो कांग्रेस को कठिन दौर में डालना होगा. माई आखिरकार किसके साथ रहती है इसे आप बेहतर जानते हैं.
सोनिया गांधी और उनके चंपूओं की कांग्रेस दोनों के लिए एक दुखद आंकलन है. राजनीतिक रूप से गलतियों पर गलतियां करती जा रहीं मैडम और उनके सिपहसालारों की कांग्रेस दोनों की लुटिया 2012 में डूब जाएगी. यह कोई राजनीतिक पंडित नहीं बोल रहा है बल्कि वे पंडित बोल रहे हैं जिनके बोलने पर राजनीतिक निर्णय लिये जाते हैं. देश के दो बड़ी ब्राण्डिंग वाले ज्योतिषियों का कहना है कि 2012 न तो सोनिया गांधी के लिए अच्छा है और न ही कांग्रेस के लिए.
बेजान दारूवाला और अजय भांबी का कहना है कि 2012 से कांग्रेस और सोनिया गांधी के सितारे गर्दिश में चले जाएंगे. मनमोहन सिंह की भी विदाई इसी दौर में हो जाएगी. ज्योतिषी लोग यह तो नहीं बोल रहे हैं कि ऐसा किन राजनीतिक कारणों से होगा क्योंकि वे तो सितारों की गणना करते हैं. लेकिन क्या इन्हीं लोगों की सलाह पर दिग्विजय सिंह ने भैया राहुल को पीएम बनाने की डुगडुगी बजा दी है. बेजान दारूवाला भी दिग्गी की बात को ज्योतिषीय हिसाब से पुख्ता करते हुए मानते हैं कि 2012 में राहुल गांधी के प्रधानमंत्री बन जाने के पूरे आसार हैं. कांग्रेस के अंदरखाने राहुल भैया के समर्थक और विरोधी दोनों ही चाहते हैं कि एक बार राहुल गांधी को पीएम बना देना चाहिए. समर्थक इसलिए ताकि उनके समर्थन का जोर सामने आ जाए और विरोधी इसलिए ताकि राहुल गांधी का डब्बा हमेशा के लिए गुल हो जाए.
दिग्गी की डुगडुगी के उलट बेजान दारूवाला की घोषणा है कि अगले आठ साल तक कांग्रेस के सितारे गर्दिश में रहेंगे. यानी करीब करीब दो टर्म अब कांग्रेस केन्द्र के शासन में वापस नहीं लौटनेवाली है. तो फिर शासन कौन करेगा? दोनों ज्योतिषी एक बात पर एकराय हैं कि शासन की नरेन्द्र मोदी की कुण्डली बहुत ताकतवर है. अगले कुछ सालों में देश के राजनीति नरेन्द्र मोदी के आस पास ही मंडरानेवाली है. तो क्या ज्योतिषी लोग यह बोल रहे हैं कि देश के अगले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हैं? आडवाणी जी सुन रहे हैं क्या?
अब मुश्किल सोनिया माई के लिए है. कांग्रेस को बचाना है तो बेटे की राजनीतिक बलि लेनी पड़ेगी और बेटे को पीएम की कुर्सी पर बैठाना है तो कांग्रेस को कठिन दौर में डालना होगा. माई आखिरकार किसके साथ रहती है इसे आप बेहतर जानते हैं.