'अयोध्या में नहीं पाकिस्तान में हुआ राम का जन्म'
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राम मंदिर और उनके जन्म को लेकर एक बार फिर विवादास्पद बयान सामने आया है। इस बार राम जन्म भूमि को भारत से ही बाहर पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में होने का दावा किया गया। ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के एक सदस्य का का कहना है कि रामजन्म भूमि अयोध्या में नहीं बल्कि पाकिस्तान में है।
दरअसल टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी खबर के मुताबिक ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (एआईएमपीएलबी) के सदस्य अब्दुल रहीम ने हैदराबाद में अपनी अपनी किताब 'अयोध्या का तनाजा' के विमोचन के मौके पर ये बात कही।
कुरैशी ने कहा कि किताब में उन्होंने साक्ष्य के तौर पर आर्कियोलॉजिस्ट जासू राम के रिसर्च को प्रकाशित किया है। उन्होंने बताया कि जासू के इस रिसर्च में कहा गया है कि वास्तव में अयोध्या राम का जन्म स्थान नहीं है, बल्कि 'रामदेरी' राम का जन्म स्थान है, और वर्तमान में रामदेरी पाकिस्तान में है। कुरैशी ने बताया कि विभाजन के बाद रामदेरी का नाम बदलकर अब यह रहमानदेरी से जाना जाता है।
अब्दुल रहीम कुरैशी ने यह भी दावा किया कि राम जन्म स्थान अयोध्या में है इसके कोई साक्ष्य नहीं मिले हैं। उन्होंने कहा कि ईसा से कई शताब्दियों पहले अयोध्या में उस युग की किसी सभ्यता के होने के प्रमाण मौजूद नहीं हैं।
वहीं कुरैशी की अयोध्या का तनाजा' नामक पुस्तक के विमोचन में पहुंचे मजलिसे इत्तिहादुल मुसलेमीन (एमआईएम) के अध्यक्ष असउद्दीन औवैसी ने कहा कि केंद्र में भाजपा की सरकार होने की वजह से बाबरी मस्जिद मामले में अब न्याय की उम्मीद नहीं लग रही है।
दरअसल टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी खबर के मुताबिक ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (एआईएमपीएलबी) के सदस्य अब्दुल रहीम ने हैदराबाद में अपनी अपनी किताब 'अयोध्या का तनाजा' के विमोचन के मौके पर ये बात कही।
कुरैशी ने कहा कि किताब में उन्होंने साक्ष्य के तौर पर आर्कियोलॉजिस्ट जासू राम के रिसर्च को प्रकाशित किया है। उन्होंने बताया कि जासू के इस रिसर्च में कहा गया है कि वास्तव में अयोध्या राम का जन्म स्थान नहीं है, बल्कि 'रामदेरी' राम का जन्म स्थान है, और वर्तमान में रामदेरी पाकिस्तान में है। कुरैशी ने बताया कि विभाजन के बाद रामदेरी का नाम बदलकर अब यह रहमानदेरी से जाना जाता है।
अब्दुल रहीम कुरैशी ने यह भी दावा किया कि राम जन्म स्थान अयोध्या में है इसके कोई साक्ष्य नहीं मिले हैं। उन्होंने कहा कि ईसा से कई शताब्दियों पहले अयोध्या में उस युग की किसी सभ्यता के होने के प्रमाण मौजूद नहीं हैं।
वहीं कुरैशी की अयोध्या का तनाजा' नामक पुस्तक के विमोचन में पहुंचे मजलिसे इत्तिहादुल मुसलेमीन (एमआईएम) के अध्यक्ष असउद्दीन औवैसी ने कहा कि केंद्र में भाजपा की सरकार होने की वजह से बाबरी मस्जिद मामले में अब न्याय की उम्मीद नहीं लग रही है।