विश्वास मत के दौरान नहीं हुई कोई खरीद फरोख्त-मनमोहन
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तहलका टुडे टीम
नई दिल्ली. प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने 2008 में विश्वास प्रस्ताव के दौरान सांसदों के खरीदे जाने के आरोप पर आज कहा कि ऐसी कोई खरीद फरोख्त नहीं हुई है और कम से कम उन्होंने किसी को भी इसके लिए जिम्मेदारी नहीं दी थी। गुरुवार को संसद के दोनों सदनों - लोकसभा और राज्यसभा में इस मुद्दे पर काफी हंगामा हुआ था और कार्रवाई नहीं चल सकी थीं। संसद में आज भी इस मामले में हंगामा जारी रहा। बीजेपी ने मांग की कि प्रधानमंत्री को संसद के भीतर स्पष्टीकरण देना था।
दिल्ली में एक कार्यक्रम में बोलते हुए उन्होंने कहा कि 2008 में उनकी सरकार के विश्वास मत के दौरान किसी तरह की कोई खरीद फरोख्त नहीं की गई है। उन्होंने कहा कि कम से कम मेरी जानकारी में तो ऐसा बिलकुल नहीं है।
इन्होंने विकीलीक्स केबल द्वारा दी गई जानकारी की सच्चाई पर भी गहरी शंका जाहिर की। सिंह ने कहा कि इस तरह के आरोपों से देश की छवि धूमिल होती है। उन्होंने कहा कि इससे यह भी साबित होता है कि देश में व्यापक चुनाव सुधार की तत्काल आवश्यकता है। उन्होंने बल दिया कि सभी राजनीतिक दल मिलने वाले फंड की राशि का खुलासा करें।
लेकिन विपक्ष ने विकीलीक्स खुलासे पर आज भी संसद में हंगामा जारी रखा। लोकसभा और राज्यसभा में बीजेपी ने मांग की कि प्रधानमंत्री को सदन में बयान देना चाहिए।
नई दिल्ली. प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने 2008 में विश्वास प्रस्ताव के दौरान सांसदों के खरीदे जाने के आरोप पर आज कहा कि ऐसी कोई खरीद फरोख्त नहीं हुई है और कम से कम उन्होंने किसी को भी इसके लिए जिम्मेदारी नहीं दी थी। गुरुवार को संसद के दोनों सदनों - लोकसभा और राज्यसभा में इस मुद्दे पर काफी हंगामा हुआ था और कार्रवाई नहीं चल सकी थीं। संसद में आज भी इस मामले में हंगामा जारी रहा। बीजेपी ने मांग की कि प्रधानमंत्री को संसद के भीतर स्पष्टीकरण देना था।
दिल्ली में एक कार्यक्रम में बोलते हुए उन्होंने कहा कि 2008 में उनकी सरकार के विश्वास मत के दौरान किसी तरह की कोई खरीद फरोख्त नहीं की गई है। उन्होंने कहा कि कम से कम मेरी जानकारी में तो ऐसा बिलकुल नहीं है।
इन्होंने विकीलीक्स केबल द्वारा दी गई जानकारी की सच्चाई पर भी गहरी शंका जाहिर की। सिंह ने कहा कि इस तरह के आरोपों से देश की छवि धूमिल होती है। उन्होंने कहा कि इससे यह भी साबित होता है कि देश में व्यापक चुनाव सुधार की तत्काल आवश्यकता है। उन्होंने बल दिया कि सभी राजनीतिक दल मिलने वाले फंड की राशि का खुलासा करें।
लेकिन विपक्ष ने विकीलीक्स खुलासे पर आज भी संसद में हंगामा जारी रखा। लोकसभा और राज्यसभा में बीजेपी ने मांग की कि प्रधानमंत्री को सदन में बयान देना चाहिए।