राहुल गांधी अलीगढ़ पहुंचे, किसान आंदोलन में शहादत देने वालों के घर गए
http://tehalkatodayindia.blogspot.com/2010/08/blog-post_3939.html
तहलका टुडे टीम
टप्पल (अलीगढ):कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी ने शनिवार को बीना किसी सुरक्षा तामझाम के टप्पल गांव पहुंचकर मायावती सरकार एवं अलीगढ़ के किसानों को चौंका दिया। यह वही गांव है, जहां के किसान यमुना एक्सप्रेस-वे के लिए अधिग्रहीत की गई भूमि के अधिक मुआवजे की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। वहां बारिश के दौरान कीचड़ भरे रास्तों पर पैदल चलकर यमुना एक्सप्रेस-वे पर किसान आंदोलन में शहादत देने वालों के घर गए। उनके परिजनों को सांत्वना दी और किसानों की मांगों को जायज बताया। अगर जरूरत पड़ी तो इसके लिए वह खुद सड़क पर बैठेंगे
किसान टप्पल में पिछले तीन सप्ताह से प्रदर्शन कर रहे हैं। वे 165 किलोमीटर लंबे यमुना एक्सप्रेस-वे के लिए अधिग्रहीत की गई भूमि की मुआवजा राशि बढ़ाने की मांग कर रहे हैं।इस बीच शनिवार की शाम दो टवेरा और एक स्कॉर्पियो गाड़ी में राहुल गांधी अपने गिनती के निजी सुरक्षाकर्मियों के साथ धरनास्थल पर पहुंच गए। वह मंच पर आए किसानों को उनके दुख दर्द में शामिल होने का भरोसा दे आंदोलन में शहीद होने वालों के परिजनों से मिलने के लिए चल दिए। किसानों का हुजूम उनके पीछे हो लिया। राहुल गांधी बारिश में भीगते हुए पैदल ही कीचड़ भरे रास्तों पर चलते हुए जिकरपुर में भगत सिंह एवं कृपालपुर में मोहित जाटव के घर गए। उनके परिजनों को सांत्वना दी। उन्होंने हामिदपुर के प्रधान एवं सर्वदल किसान संघर्ष समिति के कोषाध्यक्ष योगेश से पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली और फिर वापस टप्पल आकर एक खोखे पर चाय पी और ढाबे पर खाना खाया। यहीं राहुल ने अपने बारिश में भीगे कपड़े भी बदले। जिन गाड़ियों में सवार होकर राहुल गांधी और उनके साथी टप्पल आए वह किराए पर ली गई टैक्सियां थीं। श्री गांधी की टीम में दस लोग शामिल थे
राहुल ने प्रदर्शनकारी किसानों को आश्वासन दिया कि उन्हें कांग्रेस पार्टी का पूरा समर्थन मिलेगा। उन्होंने कहा कि वह उनके साथ हैं और न्याय की उनकी लड़ाई में सहयोग देने को तैयार हैं।
क्षेत्र में हो रही मूसलाधार बारिश की परवाह किए बिना नई दिल्ली से 110 किलोमीटर का सफर तय कर राहुल गांव-गांव घूमे जहां किसानों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया।।
टप्पल (अलीगढ):कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी ने शनिवार को बीना किसी सुरक्षा तामझाम के टप्पल गांव पहुंचकर मायावती सरकार एवं अलीगढ़ के किसानों को चौंका दिया। यह वही गांव है, जहां के किसान यमुना एक्सप्रेस-वे के लिए अधिग्रहीत की गई भूमि के अधिक मुआवजे की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। वहां बारिश के दौरान कीचड़ भरे रास्तों पर पैदल चलकर यमुना एक्सप्रेस-वे पर किसान आंदोलन में शहादत देने वालों के घर गए। उनके परिजनों को सांत्वना दी और किसानों की मांगों को जायज बताया। अगर जरूरत पड़ी तो इसके लिए वह खुद सड़क पर बैठेंगे
किसान टप्पल में पिछले तीन सप्ताह से प्रदर्शन कर रहे हैं। वे 165 किलोमीटर लंबे यमुना एक्सप्रेस-वे के लिए अधिग्रहीत की गई भूमि की मुआवजा राशि बढ़ाने की मांग कर रहे हैं।इस बीच शनिवार की शाम दो टवेरा और एक स्कॉर्पियो गाड़ी में राहुल गांधी अपने गिनती के निजी सुरक्षाकर्मियों के साथ धरनास्थल पर पहुंच गए। वह मंच पर आए किसानों को उनके दुख दर्द में शामिल होने का भरोसा दे आंदोलन में शहीद होने वालों के परिजनों से मिलने के लिए चल दिए। किसानों का हुजूम उनके पीछे हो लिया। राहुल गांधी बारिश में भीगते हुए पैदल ही कीचड़ भरे रास्तों पर चलते हुए जिकरपुर में भगत सिंह एवं कृपालपुर में मोहित जाटव के घर गए। उनके परिजनों को सांत्वना दी। उन्होंने हामिदपुर के प्रधान एवं सर्वदल किसान संघर्ष समिति के कोषाध्यक्ष योगेश से पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली और फिर वापस टप्पल आकर एक खोखे पर चाय पी और ढाबे पर खाना खाया। यहीं राहुल ने अपने बारिश में भीगे कपड़े भी बदले। जिन गाड़ियों में सवार होकर राहुल गांधी और उनके साथी टप्पल आए वह किराए पर ली गई टैक्सियां थीं। श्री गांधी की टीम में दस लोग शामिल थे
राहुल ने प्रदर्शनकारी किसानों को आश्वासन दिया कि उन्हें कांग्रेस पार्टी का पूरा समर्थन मिलेगा। उन्होंने कहा कि वह उनके साथ हैं और न्याय की उनकी लड़ाई में सहयोग देने को तैयार हैं।
क्षेत्र में हो रही मूसलाधार बारिश की परवाह किए बिना नई दिल्ली से 110 किलोमीटर का सफर तय कर राहुल गांव-गांव घूमे जहां किसानों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया।।
इस एक्सप्रेस-वे के निर्माण से नई दिल्ली और आगरा के बीच की दूरी लगभग 90 मिनट में तय हो जाने की उम्मीद है। यह एक्सप्रेस-वे गौतम बुद्धनगर (नोएडा), अलीगढ़, महामाया नगर (हाथरस) और मथुरा से होते हुए गुजरेगा। इसके निर्माण के लिए 115 गांवों की भूमि का अधिग्रहण किया गया है।
उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश सरकार ने मुआवजे की राशि 449 रुपये प्रति वर्ग मीटर से बढ़ाकर 570 रुपये प्रति वर्ग मीटर कर दी, लेकिन किसान ग्रेटर नोएडा की तर्ज पर 880 रुपये प्रति वर्ग मीटर की दर से मुआवजे की मांग कर रहे हैं
