आगरा के किसान भी मुआवजे के लिए सड़कों पर
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तहलका टुडे टीम
नई दिल्ली। अलीगढ़ और मथुरा के बाद अब आगरा के किसान भी यमुना एक्सप्रेस वे के मुआवजे की मांग पर सड़कों पर उतर पड़े हैं। अलीगढ़ में सोमवार को 250 गांवों की महापंचायत हुई और गिरफ्तार किसान नेता रामबाबू कटेरिया को छोड़ने के लिए सरकार को मंगलवार सुबह 9 बजे तक का अल्टीमेटम दिया गया। उधर, किसानों के बढ़ते गुस्से को भांपते हुए सरकार ने मुआवजे के लिए आनन-फानन में एक कमेटी बना दी।
पूरा हंगामा मुआवजे की रकम को लेकर है। ग्रेटर नोएडा से आगरा के बीच बनने वाले एक्सप्रेसवे के लिए जिन किसानों की जमीन का अधिग्रहण किया गया उनका कहना है कि उनके साथ धोखा हुआ है। आगरा, अलीगढ़ और मथुरा के किसानों की मांग है कि उन्हें नोएडा के किसानों के बराबर 8 लाख तक का मुआवजा मिलना चाहिए और इसी मांग को लेकर वो सड़कों पर उतर आए हैं
गुस्साए किसानों की शिकायत है कि पुलिस ने बेवजह उनके नेताओं को जेल में ठूंस दिया है और जब तक उन्हें रिहा नहीं किया जाएगा वो प्रशासन से कोई बात नहीं करेंगे। तनाव को देखते हुए प्रभावित इलाके में 7 जिलों की पुलिस तैनात की गई है। 5 जिलों के पुलिस कप्तान भी संवेदनशील इलाकों में मौजूद हैं। इसके अलावा आगरा जोन के आईजी खुद सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी कर रहे हैं
अलीगढ़, मथुरा और आगरा में जिस जगह एक्सप्रेस वे बनना है, वहां अब काम रुका हुआ है। चप्पे-चप्पे पर पुलिस का कब्जा है। कई इलाकों में नाकेबंदी कर दी गई है। लोगों को वहां जाने से रोका जा रहा है लेकिन नेताओं के लिए कैसी नाकेबंदी, उन्हें तो अपनी राजनीति चमकाने और गुस्से की आग में घी डालने का काम करना है।
