लीबिया पर नेटो के आक्रमण जारी, रूस ने कहा सीमा पार की है नेटो ने

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लीबिया के अलअज़ीज़िया और सिर्रत नगरों पर नेटो के आक्रमण जारी हैं किंतु अभी तक इन आक्रमणों से होने वाले नुक़सान के बारे में कोई रिपोर्ट जारी नहीं की गयी है। इसी मध्य लीबिया के मिस्राता नगर के वासियों ने बताया है कि क़ज़्ज़ाफ़ी के सैनिकों ने इस नगर पर लगभग १२० मिसाइल दागे हैं। समाचारों के अनुसार इन आक्रमणों में कम से कम ८ लोग मारे गये हैं और सात अन्य घायल हो गये। रिपोर्टों के अनुसार मारे जाने वालों में अधिकांश महिलाए और बच्चे हैं। मिस्रात लीबिया में आंदोलन के आरंभ के बाद से ही झड़पों का केन्द्र रहा है। मिस्राता पर क़ज़्ज़ाफ़ी के सैनिकों की चढ़ाई के दौरान नेटो की चुप्पी की आलोचना की जा रही है। इसी मध्य लीबिया के क्रांतिकारियों ने बताया है कि क़ज़्ज़ाफी की सेना, मिस्राता में आवासीय क्षेत्रों पर क्लस्टर बम गिरा रही है। याद रहे क्लस्टर बमों पर अंतरराष्ट्रीय नियमों के अनुसार प्रतिबंध है। न्यूयार्क टाइम्ज ने भी अपनी एक रिपोर्ट में मिस्राता में क्लस्टर बमों के अवशेषों के चित्र प्रकाशित किये हैं। इसी मध्य रूस के विदेशमंत्री ने कहा है कि लीबिया में नेटो का सैन्य हस्तक्षेप, संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा दी गयी अनुमति की सीमा से आगे निकल चुका है। सरगई लावरोफ़ ने बर्लिन में नेटो के विदेशमंत्रियों से भेंट के लीबिया संकट के तत्काल समाधान की मांग की। दूसरी ओर नेटो के महासचिव ने कहा है कि नेटो की थल सेना लीबिया नहीं जाएगी। एंड्रस फाक रास्मोसन ने बर्लिन में बैठक की समाप्ति पर कहा कि नेटो की बैठक में लीबिया के लिए थल सेना भेजने पर सहमति नहीं बनी और सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव में भी लीबिया थल सेना भेजने की बात नहीं है और इस प्रस्ताव में परिवर्तन की अभी तक मांग नहीं की गयी है। |