CWG में करप्शन: फंदे में घिरता देख खजांची ने पद छोड़ा
https://tehalkatodayindia.blogspot.com/2010/08/cwg.html
नई दिल्ली. कॉमनवेल्थ खेलों से जुड़े कथित घोटाले की आ रही खबरों के बीच आयोजन समिति (ओसी) के अध्यक्ष सुरेश कलमाड़ी के करीबी अनिल खन्ना ने आज अपने पद से इस्तीफा दे दिया। खन्ना ओसी के खजांची थे। माना जा रहा है कि खन्ना के बेटे को इन खेलों से जुड़ा एक बड़ा काम मिलने की खबर सामने आने के बाद उन्होंने अपना पद छोड़ दिया है।
नई दिल्ली में 3 अक्टूबर से होने जा रहे कॉमनवेल्थ गेम्स के आयोजन स्थलों में से एक, आरके खन्ना टेनिस स्टेडियम में 14 सिंथेटिक टर्फ बिछाने का ठेका आस्ट्रेलिया की एक कंपनी Rebound Ace को दिया गया है। इस कंपनी के लिए भारत में काम करने वालों में एक है Rebound Ace India Private Limited जिसके सीईओ हैं अनिल खन्ना के पुत्र आदित्य खन्ना। सूत्र बताते हैं कि इस करार को भी जांच एजेंसियों के दायरे में लिया जाने वाला है।
ऐसी भी खबरें हैं कि Rebound कंपनी के टर्फ को लेकर रोजर फेडरर और लिटन हेविट समेत कई टेनिस खिलाडि़यों ने शिकायत की है। उनका कहना है कि ऐसे टर्फ पर खिलाडि़यों के चोटिल होने की संभावना रहती है। इन शिकायतों के बाद ही 2007 से ऑस्ट्रेलियाई ओपन से ऐसे टर्फ हटा दिए गए।
गौरतलब है कि अनिल खन्ना भारतीय टेनिस के दिग्गजों में से एक हैं। उनके पास ऑल इंडिया टेनिस एसोसिएशन (AITA) के कार्यकारी महासचिव का पद भी है। अपने बचाव में अनिल खन्ना ने कहा कि कॉमनवेल्थ खेलों से जुड़े ठेके दिए जाने में AITA की कोई भूमिका नहीं रही है। आयोजन समिति ने इस काम के लिए इंटरनेशनल हॉकी फेडरेशन ने संपर्क किया और उन्होंने Rebound Ace समेत तीन नाम सुझाए। इसके बाद डीडीए ने इसके लिए टेंडर निकाला और Rebound Ace को चुना।
उन्होंने कहा कि टेनिस स्टेडियम में टर्फ बिछाने का काम आस्ट्रेलिया की कंपनी को दिया गया है और उनके बेटे को इसमें एक रुपया भी नहीं मिलने जा रहा है।