जज भी नहीं चूके नकल से, 5 सस्पेंड

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हैदराबाद। अपने प्रमोशन के लिए एलएलएम की परीक्षा में भाग ले रहे पांच जजों को निरीक्षक दल ने नकल करते हुए दबोच लिया। मामला सामने आने पर आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट के चीफ जज जस्टिस निसार अहमद कारू ने पांचों जजों को बुधवार को निलंबित कर दिया। साथ ही एक कमेटी गठन का आदेश भी दिया जो मामले की जांच कर रिपोर्ट चीफ जस्टिस कारू को सौंपेगी। मालूम हो कि ककाटिया यूनिवर्सिटी के डिस्टेंस लर्निग सेंटर द्वारा आयोजित एलएलएम की परीक्षा के दौरान निरीक्षकों के एक दस्ते ने वारंगल जिले के आट्र्स एंड साइंस कॉलेज में छापा मारा और पांच जजों को नकल करते हुए पक़डा।
ये जज प्रमोशन के लिए परीक्षा दे रहे थे। हाईकोर्ट ने इसे गंभीरता से लेते हुए ककाटिया यूनिवर्सिटी को भी आदेश दिया है कि वह जजों के खिलाफ कार्रवाई करे और घटना की विस्तृत रिपोर्ट अदालत को सौंपे। निलंबित किए गए जजों में रंगा रेड्डी के वरिष्ठ सिविल न्यायाधीश के अजीत सिम्हाराव, अतिरिक्त जिला न्यायाधीश (दि्वतीय) विजयानंद. बापातला के वरिष्ठ सिविल न्यायाधीश श्रीनिवास चारी, अनंतपुर के वरिष्ठ सिविल न्यायाधीश एम. डकश्तप्पा और वारंगल के कनिष्ठ सिविल न्यायाधीश हनुमंत राव शामिल हैं। कोर्ट ने राज्य सरकार को भी निर्देश दिया है कि वह सभी जजों के खिलाफ कार्रवाई करे, क्योंकि उन्होंने कानून के पेशे को बदनाम किया है
ये जज प्रमोशन के लिए परीक्षा दे रहे थे। हाईकोर्ट ने इसे गंभीरता से लेते हुए ककाटिया यूनिवर्सिटी को भी आदेश दिया है कि वह जजों के खिलाफ कार्रवाई करे और घटना की विस्तृत रिपोर्ट अदालत को सौंपे। निलंबित किए गए जजों में रंगा रेड्डी के वरिष्ठ सिविल न्यायाधीश के अजीत सिम्हाराव, अतिरिक्त जिला न्यायाधीश (दि्वतीय) विजयानंद. बापातला के वरिष्ठ सिविल न्यायाधीश श्रीनिवास चारी, अनंतपुर के वरिष्ठ सिविल न्यायाधीश एम. डकश्तप्पा और वारंगल के कनिष्ठ सिविल न्यायाधीश हनुमंत राव शामिल हैं। कोर्ट ने राज्य सरकार को भी निर्देश दिया है कि वह सभी जजों के खिलाफ कार्रवाई करे, क्योंकि उन्होंने कानून के पेशे को बदनाम किया है