यशवंत सिंह को जमानत मिली, साक्षी जोशी की नौकरी गई
http://tehalkatodayindia.blogspot.com/2012/08/blog-post_9088.html
दिल्ली:भड़ास4मीडिया
के संपादक यशवंत सिंह को जमानत मिल गई है लेकिन खबर यह भी है कि यशवंत पर
अभद्रता का आरोप लगाकर जेल की हवा खिलानेवाली साक्षी जोशी की नौकरी इस आरोप
में चली गई है कि वे अभद्र हैं और आफिस के नियमों के तहत काम नहीं करती
हैं. आईबीएन से जुड़े सूत्रों का कहना है कि साक्षी जोशी को 31 जुलाई को
रिपोर्टिंग के लिए जो एसाइनमेन्ट दिया जा रहा था, उन्होंने उसे नहीं माना
जिसके बाद उन्हें सस्पेन्ड कर दिया गया. इसके बाद साक्षी जोशी ने भी अपना
इस्तीफा सौंप दिया और घर आ गईं.
बहरहाल, पहली खबर यह कि यशवंत सिंह को उन दोनों मामलों में
जमानत मिल गई है जो इंडिया टीवी के प्रबंध संपादक विनोद कापड़ी और उनकी
पत्नी साक्षी जोशी कापड़ी ने उन पर दायर किये थे. विनोद और साक्षी जोशी
कापड़ी ने भड़ास4मीडिया के संचालक यशवंत सिंह के खिलाफ नोएडा के दो अलग अलग
थानों में रिपोर्ट दर्ज करवाई थी कि यशवंत सिंह ने उनसे रंगदारी वसूलने के
लिए धमकियां दी और एसएमएस भेजे. यशवंत सिंह पर उत्तर प्रदेश पुलिस ने धारा
386 सहित अन्य धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया था और उन्हें 30 जून को
गिरफ्तार कर लिया था. इसके बाद जमानत याचिका पर लगातार सुनवाई टलती रही.
पहली बार तो अतिरिक्त जिला सत्र न्यायाधीश ने जमानत याचिका पर सुनवाई करने
से इंकार कर दिया था उनके खिलाफ गंभीर धाराओं के तहत आरोप लगाये गये हैं
इसलिए जमानत नहीं दी जा सकती. लेकिन आज यशवंत सिंह की जमानत याचिका पर
सुनवाई करते हुए धारा 386 वाले मुकदमें में भी उन्हें जमानत दे दी गई.लेकिन इस जमानत के बाद भी यशवंत सिंह जेल से रिहा नहीं हो सके क्योंकि दैनिक जागरण की ओर से भी उनके खिलाफ एक मुकदमा कायम कराया गया है जिसकी जमानत याचिका पर अभी सुनावाई होनी है.
उधर दूसरी ओर यशवंत सिंह पर अभद्रता का आरोप लगानेवाली साक्षी जोशी की नौकरी चली गई है. साक्षी जोशी बतौर एन्कर रिपोर्टर आईबीएन-7 में नौकरी कर रही थीं. हालांकि इस संबंध में साक्षी जोशी से संपर्क नहीं हो सका है लेकिन आईबीएन से जुड़े सूत्रों का कहना है कि आईबीएन में उनकी सेवा समाप्त हो गई है. बताते हैं कि 31 जुलाई को जिस दिन उत्तरी ग्रिड फेल हुआ था उस दिन उनसे कहा गया कि वे मेट्रो रेल की बाधित सेवाओं को रिपोर्ट करें लेकिन खुद साक्षी जोशी ने अन्ना के आंदोलन को रिपोर्ट करना चाहा. बात बढ़ गई और बात आशुतोष तक पहुंच गई. बताते हैं कि आशुतोष से बातचीत का भी कोई परिणाम नहीं हुआ और साक्षी जोशी को नौकरी से निकाल दिया गया. हालांकि खुद साक्षी जोशी ने भी इसके बाद अपना इस्तीफा आईबीएन को सौंप दिया.