अमेरिका की पोल खोलने वाले असांजे की गिरफ्तारी
http://tehalkatodayindia.blogspot.com/2010/12/blog-post_07.html
तहलका टुडे टीम
लंदन. अमेरिका के ढाई लाख से भी ज्यादा गोपनीय दस्तावेज लीक कर उसकी पोल खोलने वाली वेबसाइट विकीलीक्स के संस्थापक जूलियन असांजे को आज पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। स्थानीय मीडिया में आ रही खबरों के मुताबिक स्वीडन में यौन उत्पीड़न के आरोपी असांजे को स्थानीय अदालत में आत्मसमर्पण करना था लेकिन इससे पहले ही लंदन पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। विकीलीक्स के प्रधान संपादक असांजे की गिरफ्तारी और प्रत्यर्पण के लिए स्वीडन की सरकार ने हाल में दूसरा वारंट जारी किया था। हालांकि विकीलीक्स के प्रवक्ता ने कहा है कि खुलासे जारी रहेंगे।
कब हुई गिरफ्तारी
स्थानीय टीवी चैनल 'स्काई न्यूज' के मुताबिक असांजे को स्थानीय समयानुसार सुबह साढ़े नौ बजे गिरफ्तार किया गया है। चैनल का कहना है कि असांजे आज ही वेस्टमिंस्टर सिटी मजिस्ट्रेट कोर्ट में सरेंडर होना था लेकिन इससे पहले मेट्रोपोलिटन पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया।
मीडिया में आ रही खबरों के अनुसार असांजे ब्रिटेन में ही किसी गोपनीय ठिकाने पर थे। हालांकि असांजे ने इससे पहले धमकी दी थी कि यदि उन्हें गिरफ्तार किया गया तो एक लाख अहम गोपनीय संदेश अपने आप सार्वजनिक हो जाएंगे जो कई मीडिया संस्थानों को दे दिए गए हैं। कहा जा रहा है कि उनके पास अमेरिका की अहम व संवेदनशील सैन्य व खुफिया जानकारियां हैं। ये जानकारियां सार्वजनिक होने पर अमेरिका के लिए बड़ी मुसीबत खड़ी हो सकती है। विकीलीक्स के प्रवक्ता क्रिस्टिन रैफंसन ने कहा है कि असांजे की गिरफ्तारी अभिव्यक्ति की आजादी पर खतरा है। प्रवक्ता ने चेतावनी दी कि असांजे की गिरफ्तारी से गोपनीय संदेशों के खुलासों पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा और ये खुलासे जारी रहेंगे।
क्या हैं आरोप
लंदन पुलिस का कहना है कि 39 साल के ऑस्ट्रेलियाई मूल के असांजे पर स्वीडन में यौन अपराधों के चार मामले दर्ज हैं। मेट्रोपोलिटन पुलिस के मुताबिक असांजे पर छेड़खानी का एक, यौन उत्पीड़न के दो और बलात्कार का एक मामला स्वीडन में दर्ज है। ये मामले अगस्त 2010 के ही हैं। पुलिस का कहना है कि असांजे से पूछताछ के बाद अदालत में पेश किया जाएगा। इन्हीं मामलों में विकीलीक्स के संस्थापक की गिरफ्तारी हुई है। लेकिन असांजे का कहना है कि अमरीका के इशारे पर उन्हें परेशान करने के लिए यह सब किया जा रहा है। असांजे की वेबसाइट विकीलीक्स ने अमरीकी विदेश मंत्रालय के कई गोपनीय दस्तावेजों के जरिए लगातार सनसनीखेज खुलासे करके सबको सकते में डाल दिया है।
वकील का तर्क
असांजे के ब्रिटिश वकील मार्क स्टीफेंस का कहना है कि उनके मुवक्किल के खिलाफ किसी तरह का आरोप नहीं है। स्वीडन में मौजूद असांजे के वकीलों का कहना है कि उनके मुवक्किल को लगता है कि विदेशी ताकतों के प्रभाव में उनके खिलाफ काम हो रहा है। स्वीडन के अधिकारियों ने यौन उत्पीड़न के मामलों में जांच शुरू कर एक बार बंद कर दिया था लेकिन हाल में इसे फिर से शुरू किया गया।
इंटरपोल ने जारी किया वारंट
स्वीडन के अधिकारियों ने असांजे के खिलाफ गत 19 नवंबर को यूरोप में गिरफ्तारी वारंट जारी किया था। इसके एक दिन पहले इंटरपोल ने विश्व भर में असांजे को अपनी वांछित सूची में शामिल किया था।
स्विस बैंक का अकाउंट बंद
ब्रिटिश अखबार 'द गार्जियन' में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक स्विस बैंक ने एक विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि ऑस्ट्रेलियाई मूल के असांजे से बैंक अकाउंट खोलने के दौरान अपने निवास स्थान की गलत जानकारी दी इसलिए उनका खाता बंद किया जाता है। बैंक का कहना है कि हालांकि असांजे ने अपने निवास स्थान के तौर पर जेनेवा में किसी गोपनीय जगह का पता दिया था लेकिन वह स्विट्जरलैंड के निवासी होने का सबूत नहीं पेश कर सके हैं।
आपकी राय
क्या असांजे को गिरफ्तार कर ब्रिटेन ने अमेरिका की मदद की है?
क्या अमेरिका को अभिव्यक्ति की आजादी का सम्मान करने वाला देश माना जा सकता है?
क्या असांजे अब अमेरिका की पोल खोलने का अपना अभियान जारी रख सकेंगे?
अब क्या होगा असांजे का?
ऐसे कई सवाल यह खबर पढ़ने के बाद आपके मन में उठ रहे होंगे। तो आप इन पर क्या सोचते हैं, अपनी बात दुनिया भर के तहलका टुडे पाठकों के साथ साझा कीजिए। नीचे कमेंट बॉक्स में अपनी बात लिख कर सबमिट करें।
लंदन. अमेरिका के ढाई लाख से भी ज्यादा गोपनीय दस्तावेज लीक कर उसकी पोल खोलने वाली वेबसाइट विकीलीक्स के संस्थापक जूलियन असांजे को आज पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। स्थानीय मीडिया में आ रही खबरों के मुताबिक स्वीडन में यौन उत्पीड़न के आरोपी असांजे को स्थानीय अदालत में आत्मसमर्पण करना था लेकिन इससे पहले ही लंदन पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। विकीलीक्स के प्रधान संपादक असांजे की गिरफ्तारी और प्रत्यर्पण के लिए स्वीडन की सरकार ने हाल में दूसरा वारंट जारी किया था। हालांकि विकीलीक्स के प्रवक्ता ने कहा है कि खुलासे जारी रहेंगे।
कब हुई गिरफ्तारी
स्थानीय टीवी चैनल 'स्काई न्यूज' के मुताबिक असांजे को स्थानीय समयानुसार सुबह साढ़े नौ बजे गिरफ्तार किया गया है। चैनल का कहना है कि असांजे आज ही वेस्टमिंस्टर सिटी मजिस्ट्रेट कोर्ट में सरेंडर होना था लेकिन इससे पहले मेट्रोपोलिटन पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया।
मीडिया में आ रही खबरों के अनुसार असांजे ब्रिटेन में ही किसी गोपनीय ठिकाने पर थे। हालांकि असांजे ने इससे पहले धमकी दी थी कि यदि उन्हें गिरफ्तार किया गया तो एक लाख अहम गोपनीय संदेश अपने आप सार्वजनिक हो जाएंगे जो कई मीडिया संस्थानों को दे दिए गए हैं। कहा जा रहा है कि उनके पास अमेरिका की अहम व संवेदनशील सैन्य व खुफिया जानकारियां हैं। ये जानकारियां सार्वजनिक होने पर अमेरिका के लिए बड़ी मुसीबत खड़ी हो सकती है। विकीलीक्स के प्रवक्ता क्रिस्टिन रैफंसन ने कहा है कि असांजे की गिरफ्तारी अभिव्यक्ति की आजादी पर खतरा है। प्रवक्ता ने चेतावनी दी कि असांजे की गिरफ्तारी से गोपनीय संदेशों के खुलासों पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा और ये खुलासे जारी रहेंगे।
क्या हैं आरोप
लंदन पुलिस का कहना है कि 39 साल के ऑस्ट्रेलियाई मूल के असांजे पर स्वीडन में यौन अपराधों के चार मामले दर्ज हैं। मेट्रोपोलिटन पुलिस के मुताबिक असांजे पर छेड़खानी का एक, यौन उत्पीड़न के दो और बलात्कार का एक मामला स्वीडन में दर्ज है। ये मामले अगस्त 2010 के ही हैं। पुलिस का कहना है कि असांजे से पूछताछ के बाद अदालत में पेश किया जाएगा। इन्हीं मामलों में विकीलीक्स के संस्थापक की गिरफ्तारी हुई है। लेकिन असांजे का कहना है कि अमरीका के इशारे पर उन्हें परेशान करने के लिए यह सब किया जा रहा है। असांजे की वेबसाइट विकीलीक्स ने अमरीकी विदेश मंत्रालय के कई गोपनीय दस्तावेजों के जरिए लगातार सनसनीखेज खुलासे करके सबको सकते में डाल दिया है।
वकील का तर्क
असांजे के ब्रिटिश वकील मार्क स्टीफेंस का कहना है कि उनके मुवक्किल के खिलाफ किसी तरह का आरोप नहीं है। स्वीडन में मौजूद असांजे के वकीलों का कहना है कि उनके मुवक्किल को लगता है कि विदेशी ताकतों के प्रभाव में उनके खिलाफ काम हो रहा है। स्वीडन के अधिकारियों ने यौन उत्पीड़न के मामलों में जांच शुरू कर एक बार बंद कर दिया था लेकिन हाल में इसे फिर से शुरू किया गया।
इंटरपोल ने जारी किया वारंट
स्वीडन के अधिकारियों ने असांजे के खिलाफ गत 19 नवंबर को यूरोप में गिरफ्तारी वारंट जारी किया था। इसके एक दिन पहले इंटरपोल ने विश्व भर में असांजे को अपनी वांछित सूची में शामिल किया था।
स्विस बैंक का अकाउंट बंद
ब्रिटिश अखबार 'द गार्जियन' में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक स्विस बैंक ने एक विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि ऑस्ट्रेलियाई मूल के असांजे से बैंक अकाउंट खोलने के दौरान अपने निवास स्थान की गलत जानकारी दी इसलिए उनका खाता बंद किया जाता है। बैंक का कहना है कि हालांकि असांजे ने अपने निवास स्थान के तौर पर जेनेवा में किसी गोपनीय जगह का पता दिया था लेकिन वह स्विट्जरलैंड के निवासी होने का सबूत नहीं पेश कर सके हैं।
आपकी राय
क्या असांजे को गिरफ्तार कर ब्रिटेन ने अमेरिका की मदद की है?
क्या अमेरिका को अभिव्यक्ति की आजादी का सम्मान करने वाला देश माना जा सकता है?
क्या असांजे अब अमेरिका की पोल खोलने का अपना अभियान जारी रख सकेंगे?
अब क्या होगा असांजे का?
ऐसे कई सवाल यह खबर पढ़ने के बाद आपके मन में उठ रहे होंगे। तो आप इन पर क्या सोचते हैं, अपनी बात दुनिया भर के तहलका टुडे पाठकों के साथ साझा कीजिए। नीचे कमेंट बॉक्स में अपनी बात लिख कर सबमिट करें।