ऐतिहासिक रूमी गेट के संरक्षण का कार्य अगले माह से
http://tehalkatodayindia.blogspot.com/2010/08/blog-post_8058.html
अली ताहिर आज़मी
लखनऊ; देश विदिेश में नवाबो की नगरी लखनऊ को पहचान दिलाने वाले ऐतिहासिक रूम के संरक्षण का कार्य अगले माह से आरम्भ होगा। भारतीय पुरातत्व र्सेवेक्षण vibhag अगले माह ईद के उपरान्त १५ सितम्बर से रूमी गेट के संरक्षण का कार्य आरम्भ करेगा। इस संबंध में आज जिला प्रशासन के भिन्न भिागों तथा भारतीय पुरातत् र्सेक्षण भिाग के अधिकारियों की बैठक कलेक्ट्रेट के स्र्ण जयंती सभागार में आयोजित कर रूमी गेट के संरक्षण के लिए चर्चा की गई। बैठक में उपस्थित अपर डीएम ओम प्रकाश पाठक ने बताया कि पुरातत् र्सेक्षण भिाग के अधिकारियों ने ऐतिहासिक रूमी गेट की मरम्मत के लिए अधिकतम एक र्ष के समय का आंकलन किया है। बैठक में तय किया गया कि कार्य के दौरान रूमी गेट के नीचे से यातायात पूर्णत: बन्द रहेगा। कार्य के दौरान आठ माह तक आागमन को परिर्तित कर कार्य कराया जाएगा। बैठक में श्री पाठक के अतिरिक्त भारतीय पुरातत् र्सेक्षण भिाग के डिप्टी सुपरिंटेण्डेण्ट इंदु प्रकाश द्विेदी, सहायक संरक्षण एम.ए.खान सहित नगर निगम, यातायात, नगर निगम सहित अन्य संबंधित भिागों के अधिकारी उपस्थित थे। उल्लेखनीय है कि नाबों की नगरी की पहचान के रूप में स्थापित हो चुके रूमी गेट के बीच वाले हिस्से के ऊपरी भाग में दरार पड़ चुकी है, जिसके संरक्षण के लिए कई संगठन परू में जिला प्रशासन तथा पुरातत् भिाग के अधिकारियों से मांग कर चुके हैं।
लखनऊ; देश विदिेश में नवाबो की नगरी लखनऊ को पहचान दिलाने वाले ऐतिहासिक रूम के संरक्षण का कार्य अगले माह से आरम्भ होगा। भारतीय पुरातत्व र्सेवेक्षण vibhag अगले माह ईद के उपरान्त १५ सितम्बर से रूमी गेट के संरक्षण का कार्य आरम्भ करेगा। इस संबंध में आज जिला प्रशासन के भिन्न भिागों तथा भारतीय पुरातत् र्सेक्षण भिाग के अधिकारियों की बैठक कलेक्ट्रेट के स्र्ण जयंती सभागार में आयोजित कर रूमी गेट के संरक्षण के लिए चर्चा की गई। बैठक में उपस्थित अपर डीएम ओम प्रकाश पाठक ने बताया कि पुरातत् र्सेक्षण भिाग के अधिकारियों ने ऐतिहासिक रूमी गेट की मरम्मत के लिए अधिकतम एक र्ष के समय का आंकलन किया है। बैठक में तय किया गया कि कार्य के दौरान रूमी गेट के नीचे से यातायात पूर्णत: बन्द रहेगा। कार्य के दौरान आठ माह तक आागमन को परिर्तित कर कार्य कराया जाएगा। बैठक में श्री पाठक के अतिरिक्त भारतीय पुरातत् र्सेक्षण भिाग के डिप्टी सुपरिंटेण्डेण्ट इंदु प्रकाश द्विेदी, सहायक संरक्षण एम.ए.खान सहित नगर निगम, यातायात, नगर निगम सहित अन्य संबंधित भिागों के अधिकारी उपस्थित थे। उल्लेखनीय है कि नाबों की नगरी की पहचान के रूप में स्थापित हो चुके रूमी गेट के बीच वाले हिस्से के ऊपरी भाग में दरार पड़ चुकी है, जिसके संरक्षण के लिए कई संगठन परू में जिला प्रशासन तथा पुरातत् भिाग के अधिकारियों से मांग कर चुके हैं।
