लक्ष्मण से मिलने आई नागिन
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मथुरा, वो अपने वायदे की पक्की रही। लहराती हुई चौमुहां के मंदिर के एक कोने में आ बैठी। सबसे पहले उसने अपने पूर्व जन्म के पति लक्ष्मण को निहारा और पड़ गई उसके पैरों में। दोनों ने भोले नाथ मंदिर के दर्शन किए और फिर बिताया साथ-साथ पूरा दिन।
जी हां, हम बात कर रहे हैं कि इंसान पति और नागिन के रूप में पूर्व जन्म की पत्नी की। कई साल से चौमुहां के समीप गांव अगरयाला में वह अपने पति से नागपंचमी के दिन मिलने आती है। इस बार भी उसके 13 अगस्त को आने की संभावना थी, लेकिन वह 12 तारीख को ही आ गई। ग्रामीणों का कहना है कि लौंद वाले साल में वह एक दिन पहले ही आ जाती है। बृहस्पतिवार को उसके मंदिर पर आने की सूचना मिलते ही ग्रामीण मंदिर की ओर दौड़ पड़े।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार जैसे ही उसने लक्ष्मण को देखा तो रोशनदान से उतर आई और उसके पैरों में लिपट गई। लक्ष्मण ने नागिन को अपने हाथ में उठा लिया तो वह उसके मुंह और सिर से लिपटने लगी। कुछ देर बार वह उतर कर मंदिर के अंदर चली गई, और वहां शिवलिंग के ऊपर लटकी घंटी से लिपट गई और उसे बजाने लगी। यह देख तमाम लोग जय-जयकार करने लगे। इसके बाद लक्षमण और नागिन दोनों काफी देर तक मंदिर में ही रहे। स्थिति यह थी कि वह कभी उसके चेहरे से तो कभी सीने से आकर लिपट जाती और अठखेलियां करती। इस नजारे को देखने के लिए आसपास के गांवों से बड़ी तादाद में ग्रामीण एकत्र हो गए
