यूपी में शरद पवार की गुरुर से भरी जुबान पर भूख से तड़पती गर्भवती महिला 2 बच्चों के साथ कुर्बान,अनाज नहीं मिला तो जहर खाया
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बलरामपुर।। मंत्री शरद पवार जहाँ एक तरफ अनाज सड़ जायेंगा लेकिन गरीबो को बँटा नहीं जायगा का दिल्ली में एलान कर रहे थे वही उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले में आर्थिक तंगी से भूख से परेशान एक गर्भवती महिला ने अपने दो बच्चों के साथ जहर खाकर तड़प-तड़प कर जान दे दिया । इस घटना ने देश और परदेश की सरकारों के कान खड़े कर दिए है,दबी जुबान शरद पवार पर भूके लोगों की लानत बरसने लगी है.
केंद्रीय कृषि मंत्री शरद पवार ने गुरुवार को बयान दिया था की अनाज गरीबों के बीच मुफ्त बांटना संभव नहीं है। ‘सुप्रीम कोर्ट की बात पर अमल संभव नहीं है।’ उन्होंने कहा कि वैसे भी, सुप्रीम कोर्ट ने इस सिलसिले में सुझाव दिया था, न कि आदेश।
सुप्रीम कोर्ट ने गत 12 अगस्त को कहा था कि अगर सरकार अनाज की हिफाजत नहीं कर सकती है, तो उसे गरीबों में मुफ्त बांट दे। जस्टिस दलबीर भंडारी और दीपक वर्मा की बेंच ने सरकार से कहा था कि सरकार यह सुनिश्चित करे कि हर राज्य में एक बड़ा गोदाम होने के साथ-साथ हर जिले और प्रखंड में भी अलग से गोदाम हों।
इस बारे में अमल को लेकर सरकार के रुख से संबंधित सवाल के जवाब में पवार ने कहा कि अनाज को गरीबों में मुफ्त बांटना संभव नहीं है। सरकार गरीबों को सस्ते दाम पर गेंहू और चावल मुहैया करा रही है।
इस बारे में अमल को लेकर सरकार के रुख से संबंधित सवाल के जवाब में पवार ने कहा कि अनाज को गरीबों में मुफ्त बांटना संभव नहीं है। सरकार गरीबों को सस्ते दाम पर गेंहू और चावल मुहैया करा रही है।
इस सवाल जवाब के बीच जिले के पंचपेवड़ा थाना क्षेत्र के भाखर गांव में गुरुवार देर शाम रुखसाना (30 वर्ष) ने अपने बेटे अश्फाक (तीन वर्ष) और बेटी अलतमा (दो वर्ष) को पहले सल्फास खिलाया और उनकी मौत हो जाने के बाद उसने भी सल्फास खाकर जान दे दी।
पंचपेवड़ा थाना प्रभारी आर.के. गौतम ने बताया कि शुरुआती जांच में सामने आया है कि आर्थिक तंगी के चलते रुखसाना ने यह कदम उठाया है। गौतम ने कहा कि पूरे मामले की जांच की जा रही है। मौके से सल्फास की कई गोलियां बरामद की गई हैं।
पुलिस के मुताबिक रुखसाना का पति कल्लू (33) एक दर्जी की दुकान पर काम करता था लेकिन पिछले कुछ समय से बेरोजगार था। आर्थिक स्थिति ठीक न होने के कारण परिवार को दो वक्त की रोटी के लाले पड़ गए थे। उन्होंने बताया कि कल्लू गुरुवार को रोजगार की तलाश में शहर गया था। जब वह देर रात घर लौटा तो उसने पुलिस को घटना की जानकारी दी।
पंचपेवड़ा थाना प्रभारी आर.के. गौतम ने बताया कि शुरुआती जांच में सामने आया है कि आर्थिक तंगी के चलते रुखसाना ने यह कदम उठाया है। गौतम ने कहा कि पूरे मामले की जांच की जा रही है। मौके से सल्फास की कई गोलियां बरामद की गई हैं।
पुलिस के मुताबिक रुखसाना का पति कल्लू (33) एक दर्जी की दुकान पर काम करता था लेकिन पिछले कुछ समय से बेरोजगार था। आर्थिक स्थिति ठीक न होने के कारण परिवार को दो वक्त की रोटी के लाले पड़ गए थे। उन्होंने बताया कि कल्लू गुरुवार को रोजगार की तलाश में शहर गया था। जब वह देर रात घर लौटा तो उसने पुलिस को घटना की जानकारी दी।
महाराष्ट्र माझा नामक एक वेबसाईट पे Most Corrupt Indian -२०१० के लिए मतदान चल रहा है, उसमे शरद पवार साहब को सब से ज्यादा वोट्स मिल रहे है, देखते है अखिर मैं कोन जितता है, भ्रष्टाचारी तो सब है लेकिन उन सबके बाप का खिताब जनता किसे देती है येह देखना रोमांचकारी होगा.
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